पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बार-बार केंद्र सरकार पर बकाया राशि नहीं देने का आरोप लगाती रही हैं. पंचायत चुनाव का शंखनाद करते हुए भाजपा के स्टार प्रचारक अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि केंद्र से जो राशि विभिन्न परियोजनाओं के मद में मिली है, पहले उसका हिसाब दें, फिर केंद्र से रुपये मांगेें. केंद्र सरकार ने आवास, सड़क सहित कई परियोजनाओं के लिए करोड़ों रुपये प्रदान किया है. राज्य सरकार इन रुपये का हिसाब नहीं दे रही है. इसलिए केंद्र सरकार ने राशि देना बंद कर दिया है. जिले के हुड़ा थाना के लुदुर्का मौदान में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते श्री चक्रवर्ती ने ये बातें कहीं.
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मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि वह भाषण देने नहीं आये हैं. वह लोगों को सुनने आये हैं. उन्होंने माइक मैन से लोगों के बीच जाने को कहा. इस दौरान उन्हें पता चला कि परिवार के उम्र दराज लोगों को पेंशन नहीं मिली है. यह सुनकर श्री चक्रवर्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए भी आवास योजना के तहत रुपये भेजा है. आज तक राज्य सरकार इन रुपयों का हिसाब नहीं दे पायी है. केंद्रीय प्रतिनिधि इसकी जांच भी कर रहे हैं. सरकार परियोजनाओं के नाम बदल दिये जा रहे हैं. केंद्र ने रुपये देना इसलिए बंद किया है, क्योंकि राज्य सरकार को राशि मिली है, वह उसका हिसाब नहीं दे रही है. राज्य सरकार पहले हिसाब दें, फिर उन्हें राशि जरूर मिलेगी.
इस पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में इस समय झूठ की बिक्री सबसे ज्यादा हो रही है. मौके पर तृणमूल सहित कई दलों के समर्थकों ने भाजपा का दामन थामा. कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद श्री चक्रवर्ती ने भाजपा नेता फाल्गुनी चटर्जी के घर में दोपहर का भोजन किया. भोजन में भात, दाल, पुलाव, मछली, सब्जी, आलू पोस्तू, मिठाई ग्रहण किया. उन्होंन कहा कि इस जिले में बड़ी संख्या में आदिवासी संप्रदाय के लोग रहते हैं. लेकिन राज्य के एक मंत्री ने राष्ट्रपति को लेकर अभद्र टिप्पणी की. मैं अनुरोध करता हूं कि आदिवासी इसे कभी नहीं भूलें. इसे हमेशा याद रखें. जिलाध्यक्ष विवेक रंगा ने कहा कि राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह के कारण प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सम्मेलन में नहीं पहुंच पाये. उनके नहीं आने के कारण जो सांगठनिक बैठक होनेवाली थी, उसे रद्द कर दिया गया है. वे जल्द ही जिले के दौरे पर आयेंगे.
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रिपोर्ट : हंसराज सिंह