WB : राज्य और केंद्र सरकार की मिली भगत से राज्य की जनता को भ्रमित किया जा रहा: मोहम्मद सलीम
आवास योजना, मनरेगा आदि को लेकर आम जनता के गबन किये पैसों को अब तक वापस नहीं किया गया. आज भी जरूरतमंदों को छत नहीं है. काम नहीं है. इस भ्रष्टाचारी सरकार के कारण आज हजारों शिक्षित युवा आंदोलन कर रहे हैं.
बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले में दो दिवसीय माकपा के अधिवेशन के दूसरे दिन माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम (State Secretary Mohammad Salim) ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य और केंद्र सरकार की मिली भगत से ही राज्य की जनता को भ्रमित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोयला तस्करी मामले में अंदर ही अंदर ‘दीदी’, मोदी से साठगांठ कर ‘भाइपो’ का नाम हटवा दी हैं. इसके साथ ही अन्य कई मामलों से भी अभिषेक का नाम हटवाया जा रहा है. अब तो भाजपा के नेता भी भाइपो का नाम नही ले रहे हैं. यह सब क्या चल रहा है. आज राज्य और जिले के किसान त्रस्त हैं. अबतक राज्य में पांच किसानों ने आत्महत्या इसलिए कर ली क्योंकि बेमौसम बारिश के कारण खेत में मौजूद आलू और धान की फसलें नष्ट हो गयी. लेकिन इस संबंध में कोई बोलने वाला नहीं है.
राज्य में बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. माकपा और उसका संगठन इंसाफ यात्रा के मार्फत राज्य के युवाओं किसानों, छात्र छात्राओं आदि को जगा रहा है. माकपा के सभी संगठनों के लोग आम आदमी की चिंता करते हुए उनके दुख सुख में शामिल हो रहे हैं. आवास योजना, मनरेगा आदि को लेकर आम जनता के गबन किये पैसों को अब तक वापस नहीं किया गया. आज भी जरूरतमंदों को छत नहीं है. काम नहीं है. इस भ्रष्टाचारी सरकार के कारण आज हजारों शिक्षित युवा आंदोलन कर रहे हैं. इस तृणमूल सरकार ने राज्य में केवल लूटपाट की राजनीति की है.
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भाजपा केवल बोल रही है कि भ्रष्टाचार हुआ है लेकिन किसी को सजा अबतक नहीं मिल पा रही है. यह भाजपा और तृणमूल के बीच सांप-सीढ़ी का खेल खेला जा रहा है. गरीबों का बकाया नहीं मिल रहा है और भाजपा स्कीम को ही बंद करना चाह रही है. मोहम्मद सलीम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए वाममोर्चा को रोकने के लिए तृणमूल और भाजपा का आंतरिक गठबंधन काम कर रहा है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में राज्य और देश की जनता जागरूक हो रही है. वह राज्य और केंद्र सरकार की साजिश को समझ गयी है.
जो देश के प्रधान मंत्री ने कहा था कि नोटबंदी कर देश से काला धन हटा दिया गया है, तो वह पूछते हैं कि बंगाल से सटे झारखंड में कांग्रेस नेता के घर से करोड़ों करोड़ रुपये कहां से निकल रहे हैं. इतना ही नहीं राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी समेत अन्य कई तृणमूल नेताओं के घर से भी करोड़ों रुपयों का निकलना राज्य और देश की जनता ने देखा है. इसलिए वे चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल को यदि बचाना है तो राज्य की जनता को एकजुट होना होगा. मौके पर माकपा के जिला पार्टी सचिव भी मौजूद थे.
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