पुरुलिया.
एक ग्राम पंचायत के तीन गांव के एक भी व्यक्ति का नाम आवास योजना के सूची में शामिल नहीं होने से प्रशासन के प्रति गांव वालों का काफी रोष देखा गया है. जिला के पुरुलिया प्रखंड एक अंतर्गत लगदा ग्राम पंचायत के रायबाघिनी, महालीटांड़ और चकझडिया गांव में 1200 वोटर हैं तथा इस गांव में अधिकांश अनुसूचित जाति के लोग निवास करते हैं. सभी लोग मजदूर वर्ग के हैं, जो पास में पुरुलिया शहर में जाकर मजदूरी कर अपना जीवन चलते हैं पर आवास योजना के सूची में एक भी व्यक्ति के नाम सूची में शामिल नहीं है. गांव वालों का दावा है कि इस गांव से 199 लोग आवास योजना के लिए आवेदन किये थे. प्रथम सूची में नाम होने के बाद भी अंतिम सूची में किसी का नाम शामिल नहीं किया गया है. गांव के निवासी प्रमोद महतो, विजय सहिश और राधिका सहिश का कहना है गांव में अधिकांश लोग मजदूरी कर अपना जीवन जीते हैं.अधिकांश लोगों के मिट्टी के मकान हैं. ऐसे कई निवासी गांव में है, जिनके मिट्टी के मकान भी टूट गये हैं. सभी ने आवास योजना के लिए आवेदन किया था, जिसमें पहली सूची में 199 लोगों को मंजूरी भी मिली थी. बाद में जब नयी सूची निकली, तो तीन गांव के एक भी व्यक्ति का नाम नहीं है. ग्राम पंचायत के प्रधान मयूरभंजन घोषाल ने बताया आवास योजना की सूची पूरी तरह से प्रखंड विकास अधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों के तहत एक पोर्टल के माध्यम से जारी की गयी है. पुरुलिया प्रखंड एक के विकास अधिकारी मनोज कुमार माइती ने कहा इस तरह की घटना की जानकारी मिली है. इस विषय में छानबीन आरंभ कर दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है