बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के बीरभूम में बड़े पैमाने पर विस्फोटक बरामद होने के मामले में सोमवार को बीरभूम के नलहाटी में पत्थर व्यवसाई तथा पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के प्रार्थी मनोज घोष को एनआईए ने पूछताछ के लिए तलब किया है. जल्द से जल्द उन्हें एनआईए दफ्तर में आकर बयान दर्ज कराने को कहा गया है. तलब की नोटिस मिलने के बाद ही इलाके के तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया है. तृणमूल खेमे का दावा है कि यह एक राजनीतिक साजिश के अलावा कुछ नहीं है.
बताया जा रहा है कि गत बुधवार को एनआईए ने सुबह अचानक नलहाटी के बहादुरपुर में छापेमारी की थी. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के ग्राम पंचायत उम्मीदवार मनोज घोष के पत्थर खदान की तलाशी ली गयी. दोपहर साढ़े तीन बजे तक तलाश जारी रही. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, उस वक्त ऑफिस में मनोज घोष के मैनेजर पार्थकुमार मंडल मौजूद थे. पूछताछ के बाद एनआईए की टीम दफ्तर के पीछे सुनसान जगह पर बने कमरे में छापामारी की तो वहां से एक असलहा और कारतूस बरामद हुआ था. कुल साढ़े आठ घंटे की तलाशी के बाद एनआईए दो बैग में जिलेटिन की छड़ें, डेटोनेटर और आग्नेयास्त्र जब्त कर वहां से चली गयी. इसके बाद एनआईए की टीम ने दोनों कमरों को सील कर दिया.
बताया जा रहा है कि नलहाटी क्षेत्र में जितनी भी पत्थर की खदानें हैं, उनमें से अधिकांश बिना सरकारी अनुमति के चल रही है. जांच में पता चला था कि खदान के पत्थरों को जिलेटिन और डेटोनेटर से विस्फोट कर अवैध तरीके से कारोबार को अंजाम दिया जाता था. कुछ दिन पहले राज्य पुलिस की विशेष टीम ने उस इलाके में विस्फोटकों की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह को गिरफ्तार किया था. बाद में एनआईए की टीम ने इसकी जांच अपने हाथ में ले ली थी.