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अमृतनगर कोलियरी के कर्मचारी के घर पर इसीएल का नोटिस

रानीगंज पंचायत समिति के उपाध्यक्ष व इसीएल के कुनुस्तोड़िया एरिया के अधीन अमृतनगर कोलियरी के कर्मचारी मोहम्मद साबिर के कोलियरी आवास के गेट पर शनिवार सुबह कोलियरी अधिकारियों ने नोटिस चिपका दिया. स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस दिन कोलियरी अधिकारियों ने पुलिस की मदद से अधिसूचना जारी कर बताया कि मोहम्मद साबिर के खिलाफ जांच चल रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 19, 2024 10:00 PM

रानीगंज.

रानीगंज पंचायत समिति के उपाध्यक्ष व इसीएल के कुनुस्तोड़िया एरिया के अधीन अमृतनगर कोलियरी के कर्मचारी मोहम्मद साबिर के कोलियरी आवास के गेट पर शनिवार सुबह कोलियरी अधिकारियों ने नोटिस चिपका दिया. स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस दिन कोलियरी अधिकारियों ने पुलिस की मदद से अधिसूचना जारी कर बताया कि मोहम्मद साबिर के खिलाफ जांच चल रही है. बीते 30 सितंबर को उन्हें एक पत्र (रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट के जरिये) भेजा गया था, जिसे उन्होंने नहीं स्वीकारा है. बताया गया है कि उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए प्रबंधन ने गत सात अक्तूबर को बुलाया था. लेकिन वह नहीं आये, जिससे प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. फिर उन्हें दस्तावेजों के साथ 21 अक्तूबर को कुनुस्तोड़िया एरिया महाप्रबंधक कार्यालय में उपस्थित होने का नोटिस जारी किया गया है. इस संबंध में उनके स्टाफ आवास के दरवाजे पर नोटिस लगा दिया गया है. इसके बाद यदि वह नहीं आये, तो जांच पूरी कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

अमृतनगर कोलियरी के पर्सनेल मैनेजर ने बताया कि मोहम्मद साबिर अपने वालिद के इंतकाल के बाद एक आश्रित के रूप में सेवारत हुए. जांच में उनका जमा किया गया जन्म प्रमाण-पत्र अमान्य पाया गया. इसके आधार पर उनके खिलाफ पड़ताल शुरू कर दी गयी है. इसकी जांच शुरू होने के बाद साबिर के खिलाफ लंबे समय से गैरहाजिर रहने और अधिकारी को परेशान करने के आरोप में आरोप-पत्र दाखिल किया गया है. साथ ही अनैतिक ढंग से सेवा से जुड़ने के मामले में उनके खिलाफ एक और आरोप-पत्र दाखिल किया गया है यानी कुल तीन आरोप-पत्र जमा किये गये हैं. मोहम्मद साबिर गत 29 अगस्त से कार्यालय नहीं आ रहे हैं.

इसे लेकर राजनीतिक दबाव भी पड़ने लगा है. माकपा के पूर्व विधायक व सीटू नेता रुनू दत्ता व बीएमएस के बर्दवान जिला संयुक्त सचिव सैकत चट्टोपाध्याय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और भ्रष्टाचार में चोली-दामन का साथ है. यह बार-बार सिद्ध हुआ है. इस बाबत पूछने पर तृणमूल के राज्य सचिवों में से एक वी शिवदासन ने कहा कि वह पूछताछ के बाद ही कुछ कह पायेंगे. अलबत्ता, कोशिश के बावजूद मोहम्मद साबिर से संपर्क नहीं हो पाया.

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