पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थाना इलाके के राजबांध स्थित तीन सरकारी तेल कंपनियों के तेल टैंकर चालकों (oil tanker drivers) ने मंगलवार को केंद्र सरकार के नये परिवहन कानून को रद्द करने की मांग को लेकर जमकर विरोध जताया. टैंकर चालकों के विरोध प्रदर्शन के कारण काफी देर तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे इसको लेकर पुलिस की मुस्तैदी की गयी थी. तेल टैंकरों के चालकों ने इस दौरान केंद्र सरकार के इस परिवहन कानून के खिलाफ जमकर विरोध जताया.
चालकों ने कहा कि जब तक यह काला परिवहन कानून केंद्र सरकार वापस नही ले लेती तब तक वे तेल टैंकरों का संचालन नहीं करेंगे और अपना लाइसेंस सरेंडर कर देंगे. इस दौरान तेल टैंकरों ने सवाल खड़ा किया कि चालकों की सुरक्षा कहां है? यह सवाल उठाते हुए तेल टैंकर चालकों ने कांकसा राजबांध में तीन सरकारी तेल कंपनियों के टर्मिनल के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
कथित तौर पर वे काम के लिए प्रति माह जितना पैसा कमाते हैं, अगर उनसे कोई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है तो उस स्थिति में मुआवजा या जुर्माना उन्हें देना होगा. किसी तरह परिवार का गुजर बसर हो पाता है. इस पर इस कानून के लागू हो जाने पर कोई दुर्घटना घट जाती है तो लोग कहां से उतना रुपया मुआवजा दे पायेंगे? सड़क पर तेल कंपनी के तीनों डिपो के करीब 1200 टैंकर चालकों ने चेतावनी दी है कि अगर काला कानून तुरंत वापस नहीं लिया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. गौरतलब है कि इस कानून के खिलाफ पूरे राज्य भर में आंदोलन किया जा रहा है.