मंदिर में जल के लिए त्राहिमाम, किया चक्काजाम
प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और जल्द समस्या का समाधान करने के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ.
मंदिर के समक्ष लग गया वाहनों का भारी जाम, पुलिस के आश्वासन पर आंदोलन हुआ समाप्त मंदिर कमेटी के सदस्य बोले : मां का भोग बनाने को भी बाहर से लाना पड़ रहा पानी, भक्तों को भारी परेशानी आसनसोल. डीवीसी के मैथन डैम किनारे स्थित शिल्पांचल के सबसे मशहूर व प्रतिष्ठित मां कल्याणेश्वरी मंदिर में पिछले सात दिनों से पीएचइडी के सप्लाई का पानी नहीं मिलने से पुजारी और स्थानीय व्यवसायियों ने मंदिर के समक्ष सोमवार सुबह सड़क अवरोध कर दिया. इससे देंदुआ बराकर रोड और मैथन डैम जाने का रास्ता बंद हो गया. सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. सूचना मिलते ही कल्याणेश्वरी फांड़ी की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश की. प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और जल्द समस्या का समाधान करने के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ. आसनसोल सदर के महकमा शासक विश्वजीत भट्टाचार्य ने कहा कि मामले को संज्ञान में लिया गया है. स्थानीय बीडीओ को तुरंत इसपर कार्रवाई करने को कहा गया है. जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा. गौरतलब है कि पश्चिम बर्दवान जिला में टूरिज्म सर्किट में कल्यानेश्वरी मंदिर का नाम प्रमुख है. शिल्पांचल में आनेवाला हर पर्यटक एकबार मंदिर की दर्शन करने जरूर आता है. मंदिर और मैथन डैम के उपर ही इस इलाके की अर्थव्यस्था टिकी हुई है. जो मैथन डैम घूमने या पिकनिक मनाने के आते हैं, उनमें से अधिकांश लोग ही मंदिर में आकर पूजा अर्चना करने के बाद आगे बढ़ते हैं और जो मंदिर के दर्शन को आते हैं, उनमें से अधिकांश मैथन डैम भ्रमण को जाते हैं. प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक और दर्शनार्थी यहां आते हैं. इसी कल्यानेश्वरी मंदिर में पानी की समस्या को लेकर मंदिर कमेटी के सदस्य, पुजारी और स्थानीय व्यवसायियों ने सोमवार को सड़क अवरोध कर दिया. मंदिर कमेटी के सदस्य पवित्र बनर्जी ने कहा कि बगल में ही मैथन डैम है, पीएचइडी का प्रोजेक्ट भी यहां पर है. इसके बावजूद मंदिर में पानी नहीं है. मां का स्नान नहीं हो रहा है, मंदिर में भोग बनाने के लिए काफी दूर से पानी लाना पड़ रहा है. शिकायत करते-करते थक गये हैं. काली पूजा के बाद से ही समस्या उत्पन्न हुई है, अभी पिछले सात दिनों से पानी नहीं है. दर्शनार्थियों को मंदिर में पीने का पानी नहीं मिल रहा है. यह काफी पीड़ादायक है. बिल्व मंगल मुखर्जी ने कहा कि सात दिनों से मंदिर में पानी नहीं आ रहा है. अधिकारियों के पास जाने पर इधर-उधर भटकाते रहते हैं. आखिरकार बाध्य होकर सड़क अवरोध करना पड़ा है. यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त आते हैं. पिकनिक के इस सीजन में भक्तों की भीड़ आम दिनों की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में मंदिर में पानी ही न रहे तो लोगों को क्या परेशानी होगी? इसका कोई कल्पना ही नहीं कर पा रहा है. बाध्य होकर सड़क अवरोध करना पड़ा है. राजू देवघरिया ने बताया कि सब जगह पानी आ रहा है, सिर्फ मंदिर में पानी नहीं आ रहा है. सभी को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों के पास लगातार फरियाद की जा रही है, सभी एक दूसरे पर टाल रहे हैं. 24 घंटा मंदिर में पानी की व्यवस्था हो इसी मांग को लेकर सड़क अवरोध किया, प्रशासन के लोग आए थे और जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है.
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