West Bengal News: दुर्गापुर में बहू-बेटे के अत्याचार से तंग आकर बुजुर्ग दंपती ने खाया जहर, एक की मौत
West Bengal News: अस्पताल में चित्तरंजन दास की मौत हो गयी. उनकी पत्नी लिपिका दास को गंभीर हालत में इलाज के लिए दूसरे अस्पताल भेजा गया. अस्पताल में लिपिका की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. इलाके में इस तरह की घटना से आसपास के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा.
West Bengal News: मां-बाप को अपने बेटे से बहुत उम्मीदें होती हैं. बेटे की शादी कराते हैं, ताकि बुढ़ापे में बेटा-बहू मिलकर उनकी सेवा करेंगे. लेकिन, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में बेटा-बहू के अत्याचार से तंग आकर एक दंपती के जहर खाने का मामला सामने आया है. मां-बाप जहर पीकर सो गये. घटना की खबर मिलते ही आसपास के लोग वहां जुटे. बुजुर्ग दंपती को तत्काल अस्पताल भिजवाया.
अस्पताल में चित्तरंजन दास की हो गयी मौत
अस्पताल में चित्तरंजन दास की मौत हो गयी. उनकी पत्नी लिपिका दास को गंभीर हालत में इलाज के लिए दूसरे अस्पताल भेजा गया. अस्पताल में लिपिका की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. इलाके में इस तरह की घटना से आसपास के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. पड़ोसियों ने बेटा एवं बहू को चित्तरंजन की मौत का जिम्मेवार ठहराते हुए उनकी पिटाई कर दी.
चित्तरंजन दास का बेटा है बेरोजगार
डीएसपी दुर्गापुर स्टील प्लांट से रिटायर हुए चित्तरंजन दास वर्षों से पत्नी लिपिका दास, एकमात्र पुत्र संजय दास एवं बहू सोमा दास के साथ राणा प्रताप इलाके के क्वार्टर में रहते थे. पुत्र संजय दास बेरोजगार था. सो बहू सोमा दास के साथ अक्सर घर में विवाद हुआ करता था. बहू का आरोप है कि सास-ससुर की वजह से ही उसका अपने पति से बराबर विवाद होता रहता है.
सास-ससुर पर अत्याचार करती थी सोमा दास
इसलिए सोमा दास अपने सास-ससुर पर अत्याचार करती थी. उन्हें प्रताड़ित करती थी. संजय पत्नी के आगे मजबूर था. अपने माता-पिता के पक्ष में कभी कुछ नहीं बोलता था. गुरुवार की देर रात में बेटा-बहू के साथ मां-पिता का झगड़ा हुआ. उसके बाद माता-पिता अपने कमरे में सोने चले गये.
पड़ोसियों की मदद से सुबह में तोड़ा गया घर का दरवाजा
सुबह दोनों में से कोई कमरा से नहीं निकला, तो बेटा को शक हुआ. उसने दरवाजा खटखटाया. काफी देर तक कोई आवाज नहीं आयी, तो आसपास के लोगों को इसके बारे में बताया. सभी लोग वहां पहुंचे एवं दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया. लोगों ने देखा कि चित्तरंजन और लिपिका दोनों बिस्तर पर अचेत पड़े हैं. स्थानीय लोगों के सहयोग से गंभीर हालत में दोनों को अस्पताल भेजा गया.
बेटा-बहू को पूछताछ के लिए थाना ले गयी पुलिस
अस्पताल में डॉक्टरों ने चित्तरंजन दास को मृत घोषित कर दिया. लिपिका को गंभीर हालत में दूसरे अस्पताल रेफर कर दया गया. दूसरे अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. सूचना पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. बेटा एवं बहू को पूछताछ के लिए पुलिस अपने साथ थाना ले गयी.
रिपोर्ट- निमाई दास