बंगाल में किराये के मकान में बिहार के लोग चला रहे थे हथियार बनाने का कारखाना, तीन गिरफ्तार
राजकुमार ने पुलिस को बताया है कि दिनेश चौधरी के साथ पुरानी जान पहचान है. उनके मकान को व्यवसाय करने के लिए किराया पर लिया गया था. पुलिस ने चित्तरंजन रेल नगरी में रहनेवाले दिनेश चौधरी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है कि इस मामले में उसकी क्या भूमिका है.
आसनसोल: सालानपुर थाना क्षेत्र के रूपनारायणपुर पुलिस फांड़ी अंतर्गत बंगाल झारखंड बॉर्डर पर स्थित चितलडांगा गांव में स्थित चिरेका कर्मी दिनेश चौधरी के मकान में पुलिस के गुरुवार दोपहर को छापेमारी कर अवैध हथियार बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ किया. यहां से पुलिस ने 12 अर्धनिर्मित हथियार के साथ मशीनरी और हथियार बनाने के कच्चा माल भी बरामद किये. मामले में पुलिस ने घटनास्थल से मुंगेर (बिहार) के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत हाजी सुभान गांव का राजकुमार चौधरी (27), प्रवीण कुमार (45), मोहम्मद इकबाल (45) को गिरफ्तार किया.
व्यवसाय के नाम पर किराये पर लिया मकान
प्राथमिक पूछताछ में राजकुमार ने पुलिस को बताया है कि दिनेश चौधरी के साथ पुरानी जान पहचान है. उनके मकान को व्यवसाय करने के लिए किराया पर लिया गया था. पुलिस ने चित्तरंजन रेल नगरी में रहनेवाले दिनेश चौधरी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है कि इस मामले में उसकी क्या भूमिका है.
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12 अर्धनिमित हथियार व मशीनरी के साथ मुंगेर के तीन गिरफ्तार
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छह माह में तीन अवैध हथियार बनाने के कारखाने का हुआ भंडाफोड़
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बंगाल-झारखंड बॉर्डर पर चितलडांगा में पुलिस ने की छापेमारी
तीन लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) अभिषेक मोदी ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने बताया कि वे यहां हथियार का एक हिस्सा बनाकर मुंगेर में किसी नवीन कुमार को सप्लाई करते थे. इनके अन्य साथियों की भी जानकारी पुलिस जुटाने का प्रयास कर रही है. आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड की अपील की जायेगी.
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कई महीने से बन रहा था हथियार
चितलडांगा गांव में स्थित दिनेश चौधरी के मकान में पिछले कुछ महीनों से अवैध हथियार बनाने का कार्य चल रहा था. चारदीवारी के अंदर एसबेस्टस के चार रूम हैं. यह सारा रूम किराया पर लिया गया था. पुलिस को यहां की गतिविधि की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार दोपहर सवा दो बजे यहां छापेमारी हुई. यहां उपस्थित कोई भी भाग नहीं पाया. सभी रूम की तलाशी ली गयी, जिसमें 12 अर्धनिर्मित हथियार और भारी मात्रा में हथियार बनाने की मशीन और कच्चा माल बरामद हुआ. सूत्रों के अनुसार यहां लेद मशीन भी पुलिस को मिला है. यहां पुलिस की तैनाती कर दी गयी है.
हथियार के एक पार्ट बनता था यहां
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पिस्तौल का एक हिस्सा ही यहां बनता था. कुल तीन हिस्सों में अलग-अलग जगह पर इसके बनने की प्रक्रिया संपन्न होती थी. यहां से बॉडी का हिस्सा बनाकर मुंगेर में नवीन को डिलीवरी करते थे. वहां से इसे पूरा पिस्तौल का रूप दिया जाता था. फिनिसिंग के लिए दूसरे जगह भेजा जाता था. सूत्रों के अनुसार यहां नाइन एमएम पिस्तौल की मैगजीन भी बनायी जाती थी. पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है.
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6 माह में तीन अवैध हथियार कारखाने का भंडाफोड़
23 सितंबर 2021 को कुल्टी केंदुआ बाजार खिलावनधौड़ा इलाके का निवासी अश मोहम्मद उर्फ बबलू को पुलिस ने हथियारों के जखीरा के साथ बराकर पुल पर पकड़ा था. उसके पास से 25 पिस्तौल और 46 मैगजीन बरामद हुई थी. उसकी निशानदेही पर गिरिडीह (झारखंड) के बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत घंघरी में स्थित टोलप्लाजा के पास एक घर में छापेमारी कर अवैध हथियार कारखाना पकड़ा गया.
अवैध हथियार कारखाना का खुलासा
बबलू की निशानदेही पर डिशेरगढ़ भांगाबांध नौ नंबर इलाके में निर्माणाधीन मकान में छापेमारी कर अवैध हथियार कारखाना का खुलासा हुआ. यहां से 20 अर्धनिर्मित पिस्तौल और 13 राउंड गोली बरामद हुई थी. गुरुवार को तीसरा अवैध हथियार कारखाना का खुलासा हुआ. हरेक का कनेक्शन मुंगेर से जुड़ा हुआ है.
Posted By: Mithilesh Jha