पांडवेश्वर.
पांडवेश्वर थाना क्षेत्र के कुमारडीही गांव के उदयन संघ क्रिकेट मैदान के एक हिस्से पर अतिक्रमण का आरोप लगा है. शिकायत के बाद मामला पांडवेश्वर थाने व भूमि व भू-सुधार विभाग (बीएलएलआरओ) में पहुंच गया है. शिकायत है कि आसपास के कई लोग मैदान के हिस्से पर कब्जा कर अपने घर का विस्तार कर रहे हैं. इसके खिलाफ गांव के कई खेलप्रेमियों ने सड़क पर उतर कर प्रतिवाद जताया. आरोप यह भी है कि करीब 50 साल पुराने खेल के मैदान को बेचा जा रहा है. बुधवार दोपहर स्थानीय लोगों के समूह ने कुमारडीही क्रिकेट पवेलियन के बैनर तले मैदान में विरोध सभा की. पांडवेश्वर ब्लॉक के बीएलएलआरओ दीपांकर साहा ने कहा कि उन्हें लिखित शिकायत मिली है. मामले की जांच करायी जायेगी. बताया गया कि 1992 में मैदान के एक ओर पक्कीकरण किया गया था. इसका कुछ हिस्सा टूटा है. स्थानीय निवासी मिंटू बंद्योपाध्याय, गौर गोराई और मैदान में फुटबॉल का अभ्यास करनेवाले लक्षीकांत बाउरी ने कहा कि वे लंबे समय से मैदान में खेलते आ रहे हैं. फिलहाल कुमारडीही गांव में तीन बड़े खेल के मैदान हैं. मिंटू बाबू ने कहा कि इस मैदान के कारण कई वर्षों से क्रिकेट टूर्नामेंट बंद है लेकिन महान क्रिकेटर अरुणलाल भी इस मैदान का दौरा कर चुके हैं.उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अब जमीन के मालिक होने का दावा कर रहे हैं, उन्होंने दीवार देते समय कोई शिकायत नहीं की थी. कुछ दिन पहले अचानक उसने खेत की दो टुकड़ा जमीन बेच दी, जिसे बेचा गया है वह कुछ दिन पहले नींव खोदकर निर्माण कार्य शुरू करने आया था स्थानीय निवासियों ने मिट्टी काटकर उसे भर दिया,
फिर छह जनवरी को खेत की सुरक्षा के लिए पांडवेश्वर के भूमि व भू-सुधार विभाग और पांडवेश्वर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत की गयी. उनका दावा है कि मैदान की जमीन को बेचने नहीं दिया जायेगा. भू-राजस्व विभाग की शिकायत के आधार पर भू-राजस्व विभाग के कुछ अधिकारियों ने 9 जनवरी को क्षेत्र का दौरा किया. पुलिस अधिकारी पहले ही क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं. कुछ ग्रामीणों ने प्रशासन से खेल के मैदान को बेचने के लिए जमीन की दलाली बंद कराने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है