पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के चुडार ग्राम स्थित इस्कॉन मंदिर और सेंटर में आग लगाकर फूंक दिए जाने की घटना की जांच करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों को आज ही अदालत में पेश किया गया है. पुलिस ने बताया की गत 17 दिसंबर की रात बीरभूम जिले के खैराशोल थाने के चुडार गांव में इस्कॉन मंदिर और सेंटर को तेल छिड़ककर कर आग लगाकर पूरी तरह से जलाकर राख करने वाले तीन आरोपियों कार्तिक चंद्र दास, बप्पा घरुई उर्फ भोंबल तथा तापस धीवर को गिरफ्तार किया गया है.
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बोलपुर के अपर जिला पुलिस अधीक्षक ने बोलपुर संभागीय पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया. बोलपुर के अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सुरजीत कुमार दे ने कहा कि कई बदमाशों ने बदला लेने के लिए बीरभूम के खैराशोल में इस्कॉन मंदिर और सेंटर में आग लगा दी थी. इस घटना के विरोध में सनातन धर्म के लोगों ने इलाके में सड़क जाम कर दी थी. बीरभूम जिला भाजपा पार्टी के नेताओं ने भी थाना घेराव किया था.
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खैराशोल थाने की पुलिस ने जांच के क्रम में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि इस्कॉन मंदिर और सेंटर के पास कई असामाजिक तत्व असामाजिक गतिविधियां कर रहे थे. इस्कॉन मंदिर के अधिकारी बाधा उत्पन्न करते थे. प्रतिशोध को लेकर ही उक्त बदमाशों ने इस्कॉन मंदिर और सेंटर में आग लगा दी थी. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़