आसनसोल. पूर्व बर्दवान के बर्दवान के नादूर झांपातला में आदिवासी युवती की हत्या को एक हफ्ते हो गये, लेकिन मामले में पुलिस के हाथ आज तक खाली हैं. हत्यारा पुलिस की गिरफ्त से दूर है. इस शिकायत के साथ ऑल इंडिया आदिवासी कोऑडिनेशन कमेटी आसनसोल-दुर्गापुर के बैनर तले फिर सैकड़ों आदिवासियों ने हल्लाबोला. बुधवार को यहां बीएनआर मोड़ से आदिवासियों ने विरोध रैली निकाली, जो एसडीओ कार्यालय के पास तक गयी. वहां विरोध प्रदर्शन के बाद आदिवासियों ने अपनी मांगों पर केंद्रित एक ज्ञापन आसनसोल सदर महकमा अधिकारी (एसडीओ) विश्वजीत भट्टाचार्य के मार्फत से राज्य सचिव को भेजा. बाद में आदिवासी संगठन के अध्यक्ष मोती लाल सोरेन ने बताया कि पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान के नादूर झांपातला में आदिवासी युवती की गत 14 अगस्त को हत्या की गयी थी. उस घटना के विरुद्ध ऑल इंडिया आदिवासी कोऑडिनेशन कमेटी के बैनर तले आदिवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि मामले से जुड़े आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाये और त्वरित कानूनी प्रक्रिया के जरिये दोष साबित कर उसे कड़ी सजा दिलायी जाये. आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ अपने समाज की युवती की हत्या के खिलाफ नहीं, बल्कि देशभर की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर है. महिलाओं के सम्मान की रक्षा करनी ही होगी. सोरेन ने साफ किया कि आरजी कर अस्पताल की घटना हो अथवा, यूपी के हाथरस का वाकया, हर जगह महिला उत्पीड़न के विरुद्ध आदिवासियों ने आवाज उठायी है. पुलिस प्रशासन से आग्रह है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर त्वरित कानूनी प्रक्रिया के जरिये दोषी साबित होने पर उसे कठोर सजा दी जाये. एसडीओ के जरिये राज्य सचिव को ज्ञापन भेजा गया. वहीं, आदिवासी संगठन के सचिव गुरदास किस्कू ने बताया कि गत 14 अगस्त को बर्दवान के शक्तिगढ़ थाना क्षेत्र में जनजातीय युवती की निर्मम हत्या की गयी थी, लेकिन हत्या के सात दिनों के बाद भी पुलिस के शिकंजे से आरोपी दूर हैं. आदिवासियों ने चेतावनी दी कि जल्द आरोपी नहीं गिरफ्तार किये गये, तो शक्तिगढ़ थाने का घेराव किया जायेगा.
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