लोकपुर कोयला खदान का एसपी ने लिया जायजा

जिले के लोकपुर थाना क्षेत्र के भादुलिया ग्राम स्थित गंगारामचक कोयला खदान क्षेत्र में ट्रक से विस्फोटकों को उतारते समय हुए धमाके के बाद वहां सन्नाटा पसरा है. घटना में छह लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 8, 2024 9:54 PM

बीरभूम.

जिले के लोकपुर थाना क्षेत्र के भादुलिया ग्राम स्थित गंगारामचक कोयला खदान क्षेत्र में ट्रक से विस्फोटकों को उतारते समय हुए धमाके के बाद वहां सन्नाटा पसरा है. घटना में छह लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की गयी है. हालांकि अपुष्ट सूत्रों ने घटना में सात लोगों की मौत की बात कही थी. आज भी शोकाकुल परिवारों से क्रंदन की आवाज गूंजती रही. मंगलवार को घटनास्थल का बीरभूम के पुलिस अधीक्षक(एसपी) राजनारायण मुखोपाध्याय ने जायजा लिया. जब पुलिस अधीक्षक वहां पहुंचे, तो यह देख कर हैरान रह गये कि वहां गांव व आसपास के लोग बेधड़क घूम रहे थे. घटनास्थल की घेराबंदी नहीं की गयी थी. उसके बाद एसपी ने वहां की घेराबंदी करायी. मंगलवार को भी घटनास्थल पर जहां-तहां शवों के हिस्से पड़े थे, हालांकि भीषण विस्फोट के बाद घटनास्थल पर पुलिस टुकड़ी बैठा दी गयी है. गांव में दुर्गापूजा के उल्लास की जगह मौत के बाद का सन्नाटा पसरा है. कोयला खदान में भीषण विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है. गांव के लोग डरे-सहमे हुए हैं. इस बीच, मंगलवार को दोपहर फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और जांच के लिए जरूरी नमूने जुटाये. सोमवार को गंगारामचक कोयला खदान में विस्फोटकों से भरे ट्रक को खाली करते समय भीषण धमाके में छह लोगों की जान चली गयी हैं.

मालूम रहे कि यह खदान राज्य सरकार ने पट्टे पर निजी कंपनी को दे रखी है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए वित्तीय सहायता व नौकरी देने की घोषणा की है. लेकिन इतना बड़ा विस्फोट हुआ कैसे? घटना को लेकर किस्म-किस्म की अटकलों के बीच, मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक राणा मुखोपाध्याय को लगता है कि वाहन से विस्फोटकों को उतारते समय चूक या लापरवाही से इतना बड़ा धमाका हुआ, जिसमेें छह जानें चली गयीं. फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद निश्चित रूप से कुछ भी कहा जा सकेगा. इस बीच, दुर्घटना के बाद भी यह क्षेत्र क्यों इतनी देर तक खुला रहा, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस ने समय रहते घटनास्थल की घेराबंदी क्यों नहीं करायी. क्षेत्र के लोग वहां कैसे बेधड़क घूमते रहे और वहां तैनात पुलिस टुकड़ी ने ऐसे लोगों को वहां से हटाया क्यों नहीं. धमाके में क्षतिग्रस्त वाहनों से भी फोरेंसिक नमूने लिये गये हैं.

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