रुपये लेकर स्थानीय युवकों को नौकरी न देने का आरोप दुर्गापुर. दुर्गापुर शहर के 28 नंबर वार्ड अंतर्गत नमोसागरभंगा इलाके में रविवार की सुबह तृणमूल के दो नेताओं के खिलाफ रुपये लेकर स्थानीय युवकों को नौकरी न देने का आरोप लगाते हुए पोस्टर लगाये गये हैं, इससे इलाके में हलचल है. पोस्टर लगने से शहर में राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गयी हैं. विरोधी दल के लोग इस घटना को लेकर तृणमूल की अंदरुनी गुटबाजी को उजागर करने के प्रयास में जुटे हैं, जबकि तृणमूल घटना को लेकर विरोधियों की साजिश बता कर पल्ला झाड़ने में लगी है. उल्लेखनीय है कि रविवार सुबह इलाके में कई दीवारों पर लगे पोस्टर स्थानीय लोगों ने देखा. पोस्टर लगने की खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी. पोस्टर में 28 नंबर वार्ड के उपाध्यक्ष विधान मांझी एवं तीन नंबर ब्लॉक के नेता अरुण चंद्र धारा के खिलाफ धांधली करने का उल्लेख किया गया था. पोस्टर में उल्लेख था कि दोनों नेता खुद को साफ-सुथरी छवि का परिचय देते हैं, जबकि ये लोग स्थानीय युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये घुस लेकर नौकरी दी है एवं प्लांट में बाहरी जिलों के लोगों की नियुक्ति करा रहे हैं. पोस्टर में यह भी उल्लेख है कि दोनों नेता पहले सीपीएम करते थे. सीपीएम के समय से ही इलाके में ये लोग धौंस जमाकर गरीब एवं सीधे सादे लोगों पर अत्याचार करते थे. राज्य में तृणमूल की सरकार बनने के बाद से ही सभी तृणमूल में शामिल होकर फिर अपना रंगदारी शुरू कर दिये हैं. ऐसे भ्रष्ट नेताओं के कारण तृणमूल पार्टी की छवि खराब हो रही है. दूसरी तरफ विधान मांझी एवं अरुण चंद्र धारा ने पोस्टर में लगाये गये आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि यह सब विरोधियों की साजिश है. सभी आरोप पूरी तथा से गलत हैं. भाजपा जिला सचिव अभिजीत दत्ता ने कहा कि पोस्टरबाजी तृणमूल की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा है. दुर्गापुर से लेकर राज्य के सभी जगहों पर तृणमूल की गुटबाजी सामने आ रही है. समय आने पर जनता इसका जवाब देगी.
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