राजस्थान के हवा महल की तर्ज पर बना पूजा पंडाल

बेहतर मंडप एवं बेहतरीन प्रतिमा के लिए अग्रणी पूजा कमेटी को कई बार पुरस्कार भी मिले हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2024 12:50 AM
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दुर्गापुर. दुर्गापुर के विभिन्न इलाकों में दुर्गापूजा के लिए मंडपों का निर्माण तेज गति से जारी है. बड़े बजट वाले मंडपों में शामिल दुर्गापुर के बेनाचिटी स्थित अग्रणी सांस्कृतिक परिषद में इस बार राजस्थान के ‘हवा महल’ की तर्ज पर भव्य मंडल का निर्माण किया जा रहा है. पूजा मंडप की ऊंचाई लगभग 30 फीट से अधिक है. मंडप में दुर्गा प्रतिमा राजस्थानी परिधान में दिखेगी. बेहतर मंडप एवं बेहतरीन प्रतिमा के लिए अग्रणी पूजा कमेटी को कई बार पुरस्कार भी मिले हैं. कमेटी के संस्थापक कौशिक सामंत ने कहा कि इस बार उनका पूजा आयोजन अपने 57 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. पूजा का बजट करीब 35 लाख रुपये है. पूजा का शुभारंभ तृतीया को होगा. उस दिन केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. ‘हवा महल’ भारत के जयपुर में एक ऐतिहासिक महल है. यह लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बना है. महल की ऊंचाई लगभग 50 फीट है. उस महल की तरह ही मंडप को बनाया जा रहा है. मंडप में प्लाईवुड का उपयोग काफी किया जा रहा है. मंडप का निर्माण मेदिनीपुर के कलाकार कर रहे हैं. वहीं राजस्थानी कलाकृति की तर्ज पर 14 फीट की प्रतिमा का निर्माण हो रहा है. प्रतिमा का निर्माण दुर्गापुर के अरुण पाल कर रहे हैं. अष्टमी और नवमी में महाभोग के साथ पोला बांटा जाता है. पूजा के अलावा पूरे वर्ष विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. कमेटी के संपादक सोना चट्टोपाध्याय ने कहा कि ‘हवा महल’ मंडप बेनाचिटी हाइस्कूल मैदान में बनाया जा रहा है. मुख्य पूजा क्लब परिसर में होगी. यहां के निवासी कभी स्टील टाउनशिप के महिषकापुर गांव में रहते थे. उनकी आराध्य देवी महिषमर्दिनी थीं. राजीव गांधी मैदान के पास स्थित मंदिर में अभी भी पूजा होती है. उम्मीद है कि इस साल की उनकी थीम लोगों को प्रभावित करेगी. समिति के अध्यक्ष रामकृष्ण मुखोपाध्याय ने कहा कि हर साल क्लब परिसर में मंडप बनाया जाता था. लेकिन जगह कम होने के कारण इस बार मंडप का निर्माण बेनाचिटी हाइस्कूल के मैदान में किया जा रहा है.

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