चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग को लेकर पुरुलिया में निकाली गयी रैली

रविवार को भारत सेवा आश्रम संघ के सामने से यह प्रतिवाद रैली आरंभ हुई, जो रघुनाथपुर शहर के परिक्रमा करते हुए खुदीराम मोड़ के समक्ष प्रतिवाद सभा के माध्यम से समाप्त हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2024 10:27 PM

पुरुलिया. बांग्लादेश सरकार द्वारा संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के साथ-साथ इस्कॉन के कई संन्यासियों को जिस तरह गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें जल्द से जल्द रिहा करने की मांग के साथ-साथ बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जघन्य अत्याचार बंद करने के मांग को लेकर रघुनाथपुर शहर में एक प्रतिवाद रैली एवं सभा का आयोजन किया गया. रविवार को हिंदू जागरण मंच के सहयोग से भारत सेवा आश्रम के महाराज एवं संतों के अलावा इस्कॉन के धर्म प्रचारक प्रभु तथा इलाके के सनातनी धर्म के लोगों ने इस प्रतिवाद रैली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. रविवार को भारत सेवा आश्रम संघ के सामने से यह प्रतिवाद रैली आरंभ हुई, जो रघुनाथपुर शहर के परिक्रमा करते हुए खुदीराम मोड़ के समक्ष प्रतिवाद सभा के माध्यम से समाप्त हुई. इस प्रतिवाद रैली एवं सभा को देखते हुए कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था भी की गयी थी. प्रतिवाद सभा में रघुनाथपुर भारत सेवा आश्रम संघ के महाराज स्वामी योग युक्तानंद के अलावा इस्कान के प्रभु कमलनयन दास के साथ-साथ अन्य संन्यासी एवं भक्त मुख्य रूप से उपस्थित थे. प्रतिवाद रैली में शामिल इस्कॉन के धर्म प्रचारकों ने कहा जिस तरह से आज बांग्लादेश सरकार गैरकानूनी तरीके से चिन्मय कृष्ण दास प्रभु व उनके अनुयायियों को गिरफ्तार किया है, उन्हें जल्द से जल्द रहा करना होगा एवं बांग्लादेश में जिस तरह से अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, इस पर भारत सरकार को कूटनीतिक दबाव डालकर इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे लेकर आवाज उठानी चाहिए, ताकि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार बंद हो और हिंदू धर्म प्रचारकों पर गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तारी बंद हो.

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