Heavy Rain in Asansol: बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के चलते हुई भारी बारिश ने आसनसोल के लोगों को वर्ष 1978 में आयी बाढ़ की याद को ताजा कर दिया है. बुधवार सुबह आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक संग्रहित आंकड़े के आधार पर आसनसोल में 345.60 मिमी बारिश हुई, जो अबतक का 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश होने का रिकॉर्ड माना जा रहा है.
इस बारिश ने शहर में भारी तबाही मचा दी है. इस तबाही से जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए सेना के जवानों को उतारा गया है. पानागढ़ छावनी से भारतीय सेना की एक टुकड़ी (76 जवान) दो भागों में बंटकर काम कर रही है. नदिया से एनडीआरएफ की पांच टुकड़ी (82 जवान) और एसडीआरएफ की पांच टीमें (30 जवान) बचाव कार्य में जुटी हैं.
Also Read: Weather Alert: अब गुजरात और महाराष्ट्र पर मंडराया ‘शाहीन’ चक्रवात का खतरा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्टइसके अवाला भी जिला आपदा प्रबंधन की सिविल डिफेंस के जवान भी लोगों की मदद में जुटे हुए हैं. इस आपदा में जिले में तीन लोगों की जान गयी है. जिसमें बाराबनी थाना क्षेत्र के जामग्राम ग्राम पंचायत अंतर्गत काशीडांगा गांव की सुकुरमनी बेसरा (62), आसनसोल रेलपार बाबूतालाब नीमतला इलाके के मोहम्मद वसीम (25) और बराचक इलाके के तपन चंद्र दे (50) की मौत हुई है.
जिले में कुल 156 राहत शिविर खोले गये हैं, जिसमें कुल 13,467 लोगों को लाया गया है. जिसमें आसनसोल नगर निगम क्षेत्र में ही कुल 39 शिविरों में 6758 लोगों को रखा गया है. जिलाधिकारी एस अरुण कुमार प्रसाद ने कहा कि लोगों को हर प्रकार से मदद के लिए प्रशासन सभी स्तर से प्रयास कर रहा है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है.
सेना के जवान दो टुकड़ियों में बंटकर तीन रेस्क्यू बोट के साथ रेलपार एरिया के बेलडांगा, ओके रोड और मुसद्दी मोहल्ला में लोगों को घरों से बाहर निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने में जुटे रहे.
एसडीआरएफ की टीम चार रेस्क्यू बोट के साथ कालीपहाड़ी और रेलपार इलाके में कार्य करते रहे. यह लोग एजेंट ऑफिस, कन्यापुर, कल्ला मोड़ और जहांगीरी मोहल्ला में बचाव कार्य में जुटे रहे. नदिया जिला से शाम को पहुंची एनडीआरएफ की पांच टीमों को भी विभिन्न इलाकों में बचाव कार्यों में लगाया गया.
अजय नदी पर झारखंड में बने सिकटिया बैरेज से सुबह को 80 हजार क्यूसेक और हिंगलो डैम से 45,480 क्यूसेक पानी छोड़ने से नदी में उफान आ गया. जिला प्रशासन ने नदी किनारे बसे सभी गांव को लोगों को अलर्ट जारी कर दिया है.
Posted By: Mithilesh Jha