West Bengal: अनुब्रत मंडल बने रहेंगे बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष, जिला कमेटी में होगा फेरबदल

West Bengal: कोलकाता कैमक स्ट्रीट में बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद उक्त निर्णय लिया गया. तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी ने अनुब्रत मंडल को ही फिलहाल जिला पार्टी अध्यक्ष का पद बरकरार रहने दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2022 10:38 AM

West Bengal: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में पिछले पांच माह से अनुब्रत विहीन तृणमूल पार्टी के संचालन को लेकर उठ रहे कयास पर अंतिम सुनवाई करते हुए जिले के सभी तृणमूल नेताओं ने अनुब्रत मंडल को ही जिला तृणमूल पार्टी अध्यक्ष रहने पर सहमति जताई. इसे लेकर तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी ने अनुब्रत मंडल को ही फिलहाल जिला पार्टी अध्यक्ष का पद बरकरार रहने दिया. हालांकि बीरभूम जिले में कुछ पार्टी के नेताओं के पद भार में परिवर्तन किए जाने का इंगित अभिषेक ने दिया है. शुक्रवार देर शाम तक कोलकाता कैमक स्ट्रीट में बीरभूम जिला तृणमूल पार्टी के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद उक्त निर्णय लिया गया. इस दौरान अभिषेक बनर्जी ने बैठक के दौरान तृणमूल के जिला नेताओं को इंगित किया की बीरभूम जिले में विरोधियों को एक इंच भी जगह नहीं छोड़नी है. आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए अनुब्रत मंडल के नहीं रहने के बावजूद बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस अपना प्रचार अभियान शुरू कर देंगी.

अनुब्रत मंडल के जेल जाने के बाद बीरभूम जिले का दायित्व कौन लेगा. इसे लेकर जिले के कई मुख्य तृणमूल नेताओं के बीच आपाधापी लगी हुई थी. ऐसे में आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए शुक्रवार को कोलकाता के कैमक स्ट्रीट में बीरभूम जिला का कौन लेगा दायित्व को लेकर अभिषेक बनर्जी ने बैठक की. इस बैठक में बीरभूम जिले से डेपुटी स्पीकर व विधायक रामपुरहाट आशीष बनर्जी, चंद्रनाथ सिन्हा, विकास राय चौधरी तथा अभिजीत सिन्हा समेत जिले के कई नेता बैठक में पहुंचे थे. चूंकि गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उल्लेख कर एक साथ मिलकर बीरभूम जिले को चलाने को कहां था. लेकिन इन नेताओं के बीच आपसी सामंजस्य नहीं रहने के कारण ही आज अभिषेक बनर्जी इन नेताओं को लेकर एक बैठक किया.

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इस बैठक में हुए निर्णय से स्पष्ट हो गया की आगामी पंचायत चुनाव तक बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ही बने रहेंगे. बताया जाता है कि अनुब्रत मंडल के जेल जाने के बाद बीरभूम जिला में पार्टी की सांगठनिक ढांचा ने काफी गिरावट आई है. ऐसे में भाजपा बीरभूम जिले में अपना पैर पसारना शुरू कर दी है. आगामी 27 नवंबर को अनुब्रत के गढ़ में मिथुन चक्रवर्ती सभा करने जा रहे हैं. इसे लेकर तृणमूल में और खलबली मच गई है. बताया जाता है कि बीरभूम जिले में तृणमूल के बड़े नेताओं के आपसी सामंजस्य का अभाव रहने के बावजूद अनुब्रत मंडल इन नेताओं को एक साथ लेकर चल रहे थे. अनुब्रत के नहीं रहने से तृणमूल बीरभूम जिला में पार्टी की सांगठनिक अवस्था पर काफी असर पड़ा है.

अभिषेक बनर्जी ने जिला पार्टी नेताओं को लेकर की गई बैठक में बीरभूम को दो संगठनात्मक जिलों में विभाजित करने की योजना बनाई गई है. ऐसा संकेत बैठक के बाद बना है.वहीं अब सुनने में आ रहा है कि जिले के पांचों प्रखंड अध्यक्षों को बदलने की भी संभावना है. दूसरे शब्दों में, जिलाध्यक्ष खुश हैं.बीरभूम के तृणमूल जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल फिलहाल जेल में हैं.उनकी अनुपस्थिति में अभिषेक बनर्जी ने जिले के विधायकों के साथ बैठक की. अनुब्रत मंडल के सांगठनिक कौशल की अभिषेक ने नेताओं और विधायको को याद दिलाई.

बैठक में जिले की ओर से प्रखंड अध्यक्षों द्वारा दी गई रिपोर्ट अभिषेक बनर्जी को सौंपी गई. उसके आधार पर कई प्रखंडों के तृणमूल अध्यक्षों के खिलाफ नाराजगी की आशंका जताई जा रही है. बैठक में मौजूद जिला विधायकों ने कहा कि उन्हें दुबराजपुर, मयूरेश्वर 1, मुरारई 2, रामपुरहाट 1 और नलहाटी 2 प्रखंड के अध्यक्ष बदलने की संभावना है . एक-दो दिन में सब कुछ साफ हो जाएगा. बैठक में संकेत दिया गया कि बीरभूम और बोलपुर की दो लोकसभा के आधार पर पार्टी के प्रबंधन के लिए दो निगरानी दल बनाए जाएंगे. हालांकि अभिषेक बनर्जी ने विधायकों से कहा कि विपक्ष को जिले में एक इंच भी जगह नहीं दिया जाएगा. पदयात्रा के मार्फत जिले में प्रचार शुरू करने पर जोर देने की बात की गई.सभी को पार्टी की नीति का पालन करने पर जोर दिया गया.

रिपोर्ट : मुकेश तिवारी, आसनसोल

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