सोनपुर बाजारी ओसीपी पैच से फिर खनन में रोड़ा बने लोग
नबग्राम के ग्रामीणों ने वहां पहुंच कर जोरदार विरोध करते हुए निजी कंपनी की मशीन ऑपरेटर को मिट्टी नहीं काटने दी.
ग्रामीणों का आरोप, भूमि अधिग्रहण के बिना मिट्टी काटने को उतारी मशीन निजी खनन कंपनी सीएमएटी के प्रतिनिधि लगे ग्रामीणों को समझाने पांडवेश्वर. इसीएल के सोनपुर बाजारी ओसीपी पैच से कोयला खनन का काम निजी कंपनी नबग्राम के लोगों के उग्र विरोध से नहीं कर पायी. नबग्राम के ग्रामीणों ने वहां पहुंच कर जोरदार विरोध करते हुए निजी कंपनी की मशीन ऑपरेटर को मिट्टी नहीं काटने दी. शिकायत की कि उन लोगों से चर्चा किये बिना ओसीपी पैच का काम नहीं बढ़ाया जा सकता. नबग्राम के लोगों को विश्वास में लिये बगैर निजी कंपनी सीएमएटी की ओर से वहां जेसीबी मशीन उतार दी गयी. नबग्राम के शेख जिआउल, इसराइल साह, शेख लुकमान और पंचायत सदस्य शेख सिराज का आरोप है कि गांव के 129 परिवारों की जमीन का इसीएल सोनपुर बाजारी की ओर से चुपचाप अधिग्रहण कर लिया गया. इससे पहले संबद्ध परिवारों से चर्चा या मुआवजा देने की जहमत नहीं उठायी गयी. शनिवार को जेसीबी मशीन के उतरते ही ग्रामीण जुट गये और इसीएल के खिलाफ प्रतिवाद जताया. मालूम रहे कि हंसडीहा पैच खदान से कोयला खनन का काम सीएमएटी नामक निजी एजेंसी को दिया गया है. इससे 10-15 दिन पहले पांडवेश्वर ब्लॉक के नबग्राम के बाशिंदों ने भी कोयला खनन करने से निजी एजेंसी को रोक दिया था. खदान में लगातार ब्लास्टिंग से गांव के घरों को क्षति हो रही है. शिकायत है कि खदान के विस्तार के लिए भूमि-अधिग्रहण किये बिना और भू-मालिकों को मुआवजा दिये बगैर ही मिट्टी काटने की जब-तब कोशिश की जा रही है. गांव के शेख करीबुल, शेख जियाउद्दीन ने बताया कि पहले जब काम बंद कराया गया था, तब इसीएल के अफसरों के साथ बैठक में तय हुआ था कि ग्रामीणों की मांगें मानने और उनसे चर्चा के बाद ही काम शुरू किया जायेगा. लेकिन शुक्रवार को सीएमएटी की ओर से ग्रामीणों को बताये बिना फिर से मिट्टी काटी जाने लगी. खबर सुनते ही ग्रामीणों ने फिर काम बंद करा दिया. उसके बाद सीएमएटी के एक मालिक ने कथित तौर पर गांव के ही मोइजुल नामक शख्स से फोन पर गाली-गलौज की. यह खबर फैलते ही ग्रामीण भड़क उठे और शनिवार सुबह सोनपुर बाजारी खुली खदानों में खनन कार्य बंद करा दिया, इस पर निजी कंपनी के कुछ प्रतिनिधि मौके पर आये. तनाव बढ़ने पर पांडवेश्वर थाने की पुलिस वहां पहुंची. वहां पहले से मौजूद सीआइएसएफ के जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने स्थिति संभाली. ग्रामीणों को सीएमएटी के प्रतिनिधि ने भी समझाने की कोशिश की. सफाई दी कि गलतफहमी से मशीन को उस हिस्से में उतारा गया. आइंदा ऐसा करने से पहले नबग्राम के बाशिंदो से बातचीत की जायेगी.
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