अपने धर्म के साथ रहें एकजुट, सनातन संस्कृति की करें रक्षा, देश का नहीं होगा अब और कोई टुकड़ा

धर्म रक्षति रक्षितः यानी धर्म की रक्षा करने पर वह धर्म की रक्षा करनेवाले की रक्षा करता है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 30, 2024 2:03 AM
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बांग्लादेश में पांच अगस्त को 546 मंदिरों को तोड़ा गया, दो करोड़ हिंदुओं पर हो रहा है जुल्म राज्य सरकार बंगाल में लागू करे आयुष्मान भारत योजना आसनसोल. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नारा दिया है कि ‘बटेंगे तो कटेंगे-एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’, यह नारा सनातनियों के लिए मूलमंत्र है. हर सनातनी को एकजुट रहकर सनातन संस्कृति की रक्षा करनी होगी. धर्म रक्षति रक्षितः यानी धर्म की रक्षा करने पर वह धर्म की रक्षा करनेवाले की रक्षा करता है. सनातन धर्म हजारों वर्ष पुराना है और इसका न कोई आदि है न कोई अंत. एकजुटता से ही इसकी रक्षा की जा सकती है. मुगलों ने, अंग्रेजों ने भारत के कई टुकड़े किये, अब भारत का कोई और टुकड़ा नहीं होने दिया जायेगा. अखंड भारत को बचाने की जिम्मेदारी निभानी होगी. मंगलवार को हीरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बर्नपुर इलाके में बलतोड़िया गांव में स्थिति आमरा सबाई सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित कालीपूजा के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री अधिकारी ने ये बातें कही. उनके साथ भाजपा राज्य कमेटी के सदस्य कृष्णेंदु मुखर्जी, दिलीप दे, चंद्रशेखर राय आदि मौजूद थे. श्री अधिकारी ने फीता काटकर कालीपूजा पंडाल का उद्घाटन किया. श्री अधिकारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के सीनियर सिटीजन के लिए आयुष्मान भारत योजना को राज्य में लागू करने की अपील की है. इस परियोजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को पांच लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा का अवसर मिलेगा. स्वास्थ्य साथी कार्ड देश के किसी भी बड़े अस्पताल में स्वीकार नहीं किया जाता है. जबकि आयुष्मान भारत कार्ड को देश के सभी बड़े अस्पतालों में स्वीकृति मिली हुई है. प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि अपनी भूल को सुधार करते हुए आयुष्मान भारत कार्ड को राज्य में मंजूरी दें. देश के बड़े अस्पतालो की तो बात छोड़ दी जाये तो पश्चिम बंगाल में भी स्वास्थ्य साथी कार्ड को स्वीकृति नहीं दी जाती है. मरीज को बड़े अस्पतालों में भर्ती लेने से पूर्व अस्पताल प्रबंधन पूछता है कि कार्ड या कैश, स्वास्थ्य साथी की बात आते ही बहाना बना दिया जाता है. इससे साफ जाहिर होता है कि स्वास्थ्य साथी कार्ड को पश्चिम बंगाल में भी कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है. श्री अधिकारी ने कहा कि 500 वर्षों के इंतजार के बाद राम मंदिर का निर्माण हुआ. जहां सनातन धर्म के अनुयायियों ने तन-मन-धन से निर्माण के लिए समर्पण किया. राममंदिर के निर्माण का खर्च 2200 करोड़ रुपये था, 3700 करोड़ रुपये संग्रह हो गया. यह एकजुटता का प्रतीक है. इसे बरकरार रखते हुए सनातन संस्कृति का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में पांच अगस्त को 546 मंदिरों को तोड़ा गया. दो करोड़ हिंदू वहां अल्पसंख्यक के रूप में रह रहे हैं. यह बर्दाश्त नहीं हो सकता. इसलिए सनातन संस्कृति के अनुसार माथे पर टीका, सिर पर शिखा और महिलाओं के हाथों में शाखा, पोला, सिंदूर की रक्षा के लिए संकल्प लेना होगा.

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