West Bengal : पंचायत चुनाव से पूर्व एसटीएफ ने हथियार समेत दो को किया गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव से पहले पूर्व बर्दवान जिले के मंतेश्वर् और मुर्शिदाबाद के दो हथियार कारोबारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके नाम कुर्बान अली और राकेश मोल्ला हैं. इनके पास से एक तमंचा बरामद हुआ है.
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव से पहले पूर्व बर्दवान जिले के मंतेश्वर् और मुर्शिदाबाद के दो हथियार कारोबारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके नाम कुर्बान अली और राकेश मोल्ला हैं. इनके पास से एक तमंचा बरामद हुआ है. बताया गया है कि राज्य पुलिस की एसटीएफ ने गुप्त सूचना के बाद अभियान चलाकर मंतेश्वर और मुर्शिदाबाद के डोमकल के रहनेवाले इन हथियार कारोबारियों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, कुर्बान से हथियार खरीदने के लिए डोमकल से कुसुमग्राम-नादनघाट रोड के राकेश के पहुंचा था. इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ ने छापेमारी की और दोनों को गिरफ्तार कर लिया और एक शॉट गन बरामद की.
Also Read: 21 या 23 नवंबर को बंगाल के नए राज्यपाल ले सकते है शपथ, मुख्यमंत्री ने फोन कर दी बधाई एसटीएफ ने मंतेश्वर थाने में कुर्बान और राकेश के खिलाफ किया मामला दर्जराज्य पुलिस की एसटीएफ ने मंतेश्वर थाने में कुर्बान और राकेश के खिलाफ मामला दर्ज किया है.प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि मंतेश्वर निवासी कुर्बान अली कोलकाता में एक निजी कंपनी में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत है. वह हथियारों के अवैध व्यापार से भी जुड़ा हुआ है. लेकिन इस बार वह हथियारों का व्यापार करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. एसटीएफ के अधिकारी आज कुर्बान और राकेश को कोर्ट में पेश करेंगे और उनकी हिरासत के लिए अर्जी देंगे. प्रदेश में त्रिस्तर पंचायत चुनाव साल के अंत के बाद हैं. गांव-गांव में फिर से चुनाव होगा और इस समय राज्य के विभिन्न हिस्सों में हथियारों का आयात कोई नई घटना नहीं है. इस दौरान आपराधिक हिंसा बढ़ जाती है. जिससे स्थिति विकट हो गई है. अशांति से बचने के लिए राज्य पुलिस की एसटीएफ पहले से ही सक्रिय है. हथियारों की बरामदगी के लिए जगह-जगह तलाशी चल रही है.
पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में इंकलाब और जय श्री राम बोलने वालों को लैंप पोस्ट से बांधकर करें पिटाई. ये बातें पूर्व बर्दवान जिला परिषद के उपाध्यक्ष और आदिवासी नेता देबू टुडू ने कहीं. शनिवार को बर्दवान जिले कालना दो नंबर ब्लॉक के किसान खेत मजदूर के समावेश के दौरान आयोजित जनसभा में ये बातें कहीं. उनके बयान को लेकर जिले की राजनीतिक गरमा गयी है. जिला भाजपा ने इसकी निंदा की है. बताया जाता है कि देबू टुडू ने कहा कि यदि केंद्र सरकार मनरेगा का पैसा नहीं देती है, तो उनके जय श्रीराम कहने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं को लैंप पोस्ट से बांधकर पिटाई करें. साथ ही इंकलाब कहनेवालों को भी मारें.
Also Read: West Bengal News : केन्द्रीय मंत्री जाॅन बारला ने तूफानगंज कोर्ट में किया सरेंडररिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़