हिंदी हाइ स्कूल में ज्यादा फीस को लेकर फिर हंगामा

पश्चिम बर्दवान के पानागढ़ बाजार हिंदी हाइ स्कूल (एचएस) में ज्यादा फीस लिये जाने को लेकर विवाद नहीं थम रहा है. शनिवार को छठी से नौवीं कक्षा के विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ जब स्कूल में पहुंचे, तो फिर अगली कक्षा में दाखिले के लिए उनसे 800 रुपये मांगे गये. इससे मौजूदा व पूर्व विद्यार्थी और उनके अभिभावक भड़क गये और हंगामा करने लगे.

By Prabhat Khabar News Desk | January 4, 2025 9:42 PM

पानागढ़.

पश्चिम बर्दवान के पानागढ़ बाजार हिंदी हाइ स्कूल (एचएस) में ज्यादा फीस लिये जाने को लेकर विवाद नहीं थम रहा है. शनिवार को छठी से नौवीं कक्षा के विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ जब स्कूल में पहुंचे, तो फिर अगली कक्षा में दाखिले के लिए उनसे 800 रुपये मांगे गये. इससे मौजूदा व पूर्व विद्यार्थी और उनके अभिभावक भड़क गये और हंगामा करने लगे. ध्यान रहे कि शुक्रवार को मुद्दे को लेकर छात्र-छात्राओं ने जीटी रोड जाम कर दिया था. सूचना पाकर कांकसा थाने की पुलिस व स्कूल सर्किल इंस्पेक्टर आदि अधिकारी स्कूल पहुंचे और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार से तय 240 रुपये से ज्यादा फीस किसी से नहीं ली जायेगी. स्कूल के प्रधान शिक्षक जयंत कुमार पांडा ने आश्वासन दिया है कि उचित फीस ही ली जायेगी. लेकिन शनिवार को जब स्कूल के छात्र-छात्राएं अगली कक्षा में दाखिले के लिए स्कूल पहुंचे, तो उनसे फिर 800 रुपये मांगे गये. इससे नाराज विद्यार्थी अभिभावकों के साथ प्रतिवाद जताने लगे. सूचना पाकर पूर्व छात्रों में भाजपा नेता रमन शर्मा, पंकज जायसवाल, नरोत्तम सिंह आदि भी पहुंचे और मामले को लेकर उच्चधिकारियों से शिकायत की.तब स्कूल में जिला परिषद की सदस्य भी पहुंच गये. स्कूल के प्रधान शिक्षक जेके पांडा व अन्य अधिकारियों से फिर बातचीत की गयी, तब जाकर विवाद थमा.

हालांकि तब स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह व अन्य लोग भी पहुंचे. शनिवार को आज मुख्य रूप से वारिया, दुर्गापुर मोचीपाड़ा, पानागढ़ से भर्ती के लिए पहुंचे छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को भारी परेशानी हुई. स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को कई तरह से मनाने की कोशिश की.

स्कूल के प्रधान शिक्षक ने भी कहा कि सोमवार को इस मुद्दे पर स्कूल प्रबंधन कमेटी की बैठक होगी, जिसमें जो भी फैसला होगा, उससे सबको अवगत करा दिया जायेगा. शनिवार को किसी भी बच्चे का दाखिला नहीं लिया गया. सोमवार तक के लिए मामला टल गया है. इस बीच, छात्र-छात्राओं व अभिभावकों व पूर्व छात्रों ने भी प्रधान शिक्षक को साफ कह दिया है कि स्कूल प्रबंधन क्या फैसला करता है, उससे उनलोगों को मतलब नहीं है. लेकिन राज्य सरकार की ओर से तय 240 रुपये की फीस लेकर ही विद्यार्थियों को दाखिला देना होगा. स्कूल प्रबंधन फिर ज्यादा फीस लेने पर अड़ा, तो विद्यार्थी अभिभावकों के साथ आंदोलन करेंगे.

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