पश्चिम बंगाल के आसनसोल की घटना को देखते हुए विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी की जनसभा को लेकर पूर्व बर्दवान जिला पुलिस की अनुमति नहीं मिली. गुरुवार को देवानदिघी स्थित कालीग्राम में सभा करनेवाले थे. पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा जोरशोर से प्रचार में जुटी है. विभिन्न जिले में शुभेंदु की सभा हो रही है. इसी बीच आसनसोल में भगदड़ कांड में तीन लोगों की मौत हो गयी. सभा की अनुमति नहीं मिलने को लेकर जिला प्रवक्ता सौम्यराज बंद्योपाध्याय ने कहा कि कांथी में शुभेंदु अधिकारी की सभा देखकर तृणमूल डर गयी है.
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मिली जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव अगले साल होने वाली है.दोनों सत्ता विरोधी पार्टियां आगामी चुनावों को लेकर विहंगम दृष्टि से आगे बढ़ रही हैं. जैसे-जैसे समय बीत रहा है, एक दूसरे पर जुबानी हमले बढ़ते जा रहे हैं. भाजपा का कहना है कि पुलिस तृणमूल के कैडर की तरह काम कर रही है. उनकी सभा में जुट रही भीड़ को देख कर तृणमूल भयभीत है. वहीं जिला तृणमूल प्रवक्ता प्रसनजीत दास ने आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि जिनकी जमीन है, उन्होंने सभा की अनुमति नहीं दी है. उनकी सहमति नहीं मिलने के कारण ही पुलिस की अनुमति नहीं मिली. भाजपा राजनीतिक उद्देश्य के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करती है.
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जिला तृणमूल प्रवक्ता प्रसनजीत दास ने आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा, जिनकी जमीन है उनकी सहमति नहीं थी, इसलिए पुलिस की अनुमति नहीं मिली . तृणमूल पुलिस के साथ राजनीति नहीं करती है. भाजपा का स्वभाव ही ऐसा है. भाजपा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करती है. और कुछ दिन पहले आसनसोल में सभा के दौरान जो कंबल बांटने के दौरान हुआ वह जनता से छिपा नहीं है. तीन निर्दोष लोगों को अपनी जान देनी पड़ी.
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रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़