मोटी रकम लो, किराये पर दो बैंक खाते

साइबर क्राइम की दुनिया में ठगी करनेवाले शातिर आजकल नया हथकंडा आजमा रहे हैं. शातिर मोटी रकम देकर युवाओं के बैंक खाते किराए पर ले रहे हैं, ताकि उसके जरिये ठगी कर सकें. ठगी की राशि का लेनदेन कर सकें. दुर्गापुर से गिरफ्तार पांच युवकों के इस खुलासे से पुलिस भी परेशानी में पड़ गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 8, 2025 9:57 PM

आसनसोल.

साइबर क्राइम की दुनिया में ठगी करनेवाले शातिर आजकल नया हथकंडा आजमा रहे हैं. शातिर मोटी रकम देकर युवाओं के बैंक खाते किराए पर ले रहे हैं, ताकि उसके जरिये ठगी कर सकें. ठगी की राशि का लेनदेन कर सकें. दुर्गापुर से गिरफ्तार पांच युवकों के इस खुलासे से पुलिस भी परेशानी में पड़ गयी है. सीधे-साधे युवक पैसे की लालच में साइबर अपराध से जुड़कर अपना पूरा भविष्य बर्बाद कर ले रहे हैं. साइबर क्राइम थाना आसनसोल ने दुर्गापुर थाना क्षेत्र के आइंस्टीन एवेन्यू इलाके में नेताजी संघ क्लब के पास खुले मैदान में छापेमारी कर बी-जोन दुर्गापुर का निवासी सायन घोष उर्फ पापाई (19), अभिलाष भट्टाचार्य उर्फ मेघ (21), जीवन सिंह उर्फ बंटी, सेपको टाउनशिप दुर्गापुर निवासी त्रिशित नाथ उर्फ रिक (21) और जामुड़िया थाना क्षेत्र के जामुड़िया गांव के निवासी वीर सिंह (27) को गिरफ्तार किया. सायन का मोबाइल नम्बर 8001136690 का उपयोग साइबर ठगी के लिए होने की शिकायत पर छापेमारी में उक्त सभी को गिरफ्तार किया गया. साइबर थाना के अवर निरीक्षक चंदन मिश्रा की शिकायत पर कांड संख्या 04/25 में आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 303/316(2)/318(4)/319(2)/338/336(3)/340(2)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. आरोपियों को बुधवार अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने साथ दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने पांच दिनों का रिमांड मंजूर किया. गौरतलब है कि पुलिस की ओर से साइबर अपराध में उपयोग हुए नम्बरों की नियमित जांच होती रहती है. यह नम्बर पुलिस को जहां भी दिखता है, तुरंत उसकी तलाश शुरू हो जाती है. यह नई तकनीक का उपयोग पुलिस कर रही है, इस तकनीक में पूरे देश की पुलिस एकसाथ जुड़ी है. साइबर अपराधियों का नम्बर जांच करने के क्रम में एक नम्बर का लोकेशन दुर्गापुर इलाके में दिखते ही, पुलिस ने वहां छापेमारी कर उक्त पांच युवकों को पकड़ा. जिसमें सायन घोष के नम्बर का उपयोग साइबर अपराध के एक मामले में हुआ था. पूछताछ में सायन ने बताया कि वह अपने बैंक खाते को कुल्टी थाना क्षेत्र के चिनाकुड़ी का निवासी विकास नोनिया उर्फ बिक्कू को किराए पर दिया है. जो इनके खाते से जुड़े फोन नम्बर का उपयोग साइबर अपराध के लिए कर रहे हैं. सायन ने स्वीकार किया कि उसने अभिलाष, त्रिशिद, जीवन और वीर की मदद से उसके खाते में जमा ठगी की राशि को निकालने के लिए अपने फोन नम्बर से जुड़े यूओइआई खाते का इस्तेमाल किया. इनलोगों ने अनेकों का नाम भी खुलासा किया है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

साइबर ठगी के केस में पुलिस को मिली है बड़ी कामयाबी

31 लाख रुपये की एक साइबर ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. राज्य के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर नौ लोगो को हिरासत में लिया गया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. सूत्रों के अनुसार ठगी से जुड़े साक्ष्य खोजने की तलाश जारी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version