आसनसोल.
भारतीय रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामले में आरोपी दंपती को आसनसोल साउथ थाने की पुलिस टीम ने यूपी के लखनऊ से गिरफ्तार कर यहां लायी. आसनसोल जिला अदालत में पेश करने पर दोनों आरोपियों को 10 दिनों की पुलिस रिमांड में हवालात भेज दिया गया. आरोपियों के नाम प्रीती अरोड़ा उर्फ सीमा शर्मा व उसका पति दिनेश कुमार बताये गये हैं. उन्हें आसनसोल पुलिस टीम ने लखनऊ पुलिस की मदद से वहां के आशियाना थाना क्षेत्र से दबोचा. सनद रहे कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उक्त ठगों के गिरोह ने महाराष्ट्र के कल्याण इलाके के निवासी लक्ष्मण भूषण के दो बेटों स्वप्निल लक्ष्मण भूषण, शुभम लक्ष्मण भूषण और भतीजे सचिन मधुकर सिरसाठ से 60 लाख रुपये की ठगी की थी. ठगों ने खुद को रेल अधिकारी बता कर इन लोगों को झांसे में लिया था. फिर चरणबद्ध ढंग से इंटरव्यू, मेडिकल, ट्रेनिंग, जॉइनिंग के नाम पर कई किस्तों में पीड़ितों से रुपये वसूले गये. पिछले तीन वर्षों से जॉइनिंग के लिए ठगों के चक्कर लगाते रहे. अंत में लक्ष्मण भूषण ने कई महिलाओं समेत दर्जनों लगों के खिलाफ आसनसोल साउथ थाने में शिकायत की. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कुल नौ लोगों को नामजद आरोपी बनाया. ठग गिरोह का सरगना मूलत: बिहार के बांका का निवासी हरेंद्र कुमार सिंह उर्फ रवींद्र उर्फ बबलू बताया गया है. उसका सहयोगी आसनसोल दुर्गा मंदिर इलाके का निवासी ऑटो चालक अवधेश यादव है. पुलिस ने 30 नवंबर को शिकायत मिलते ही उसे पकड़ लिया था. मामले में अब तक प्रीति और उसके पति को लेकर कुल चार की गिरफ्तारी हुई है. कई फरार आरोपियों को पुलिस तलाश रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है