आसनसोल.
तिब्बती यूथ कांग्रेस की ओर से अरुणालचल प्रदेश से चली बाइक रैली के बारे में जानकारी दी गयी. आसनसोल के गिरजा मोड़ स्थित तिब्बती पोटला मार्केट में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के अधिकारियों ने बताया कि 22 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश से उनकी यह बाइक रैली शुरू हुई थी और फरवरी के शुरुआत में दिल्ली में जाकर उनकी बाइक रैली समाप्त होगी. इसके जरिए वह भारत के लोगों को तिब्बत पर चीन के कब्जे को लेकर जागरूक करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 1959 से पहले तिब्बत एक आजाद देश था. लेकिन उसके बाद से चीन ने उस पर कब्जा कर लिया. इसी को लेकर वह भारत की जनता को जागरूक करना चाहते हैं और भारत को धन्यवाद देना चाहते हैं, जो 1959 से तिब्बत के लोगों के साथ खड़ा है. भारत ने तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा सहित हजारों लोगों को शरण दी है. इसके साथ ही वह चाहते हैं कि भारत के संसद में तिब्बत को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया जाये कि तिब्बत 1959 से पहले एक आजाद देश था. लेकिन चीन ने उसे पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने कहा कि भारत और चीन एशिया की दो सबसे बड़ी ताकत है. तिब्बत उसके बीच में एक बफर स्टेट के रूप में था. लेकिन जब से चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया है. भारत के लिए भी खतरा पैदा हो गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन तिब्बत के पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहा है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर इस बाइक रैली का आयोजन किया गया है. संवाददाता सम्मेलन के बाद बाइक रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है