तालाब के एक हिस्से की भराई को लेकर दर्ज हुई प्राथमिकी
रानीगंज थाना क्षेत्र इलाके में तालाब भराई को लेकर कई मामले समय-समय पर प्रकाश में आये हैं और कुछ मामलों में कार्रवाई भी हुई है. इसके बावजूद भी अवैध रूप से तालाब भराई का सिलसिला जारी है. आसनसोल नगर निगम बोरो-दो के सहायक अभियंता कौशिक सेनगुप्ता ने रानीगंज मौजा के जेएल नम्बर-24, आरएस प्लॉट नंबर 1782 में स्थित हालदारबांध तालाब के दक्षिणी छोर पर स्थित मंदिर के निकट तालाब भराई करने की शिकायत रानीगंज थाने में की.
रानीगंज.
रानीगंज थाना क्षेत्र इलाके में तालाब भराई को लेकर कई मामले समय-समय पर प्रकाश में आये हैं और कुछ मामलों में कार्रवाई भी हुई है. इसके बावजूद भी अवैध रूप से तालाब भराई का सिलसिला जारी है. आसनसोल नगर निगम बोरो-दो के सहायक अभियंता कौशिक सेनगुप्ता ने रानीगंज मौजा के जेएल नम्बर-24, आरएस प्लॉट नंबर 1782 में स्थित हालदारबांध तालाब के दक्षिणी छोर पर स्थित मंदिर के निकट तालाब भराई करने की शिकायत रानीगंज थाने में की. शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कांड संख्या 369/24 में वेस्ट बंगाल इनलैंग फिशरीज एक्ट 1984 की धारा 17(1)(A) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है. यह प्राथमिकी दर्ज होते ही कई रियल इस्टेट कारोबारियों और प्रमोटरों में खलबली मची हुई है कि अब किसकी गिरफ्तारी होगी. गौरतलब है कि आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के पलासडीहा इलाके में दो तालाबों को भरने की प्राथमिकी 14 अगस्त 2024 को दर्ज हुई थी. इन दोनों मामलों में पुलिस ने चार बड़े कारोबारियों को गिरफ्तार करने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. एक मामले में एतराम आजमी उर्फ विल्सन और दिनेश गराई तथा दूसरे मामले में दिग्गज रियल इस्टेट कारोबारी चंदन शर्मा और तापस नंदी को गिरफ्तार किया गया. आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र में 27 नवंबर को दर्ज तालाब भराई के एक मामले में जमीन के कारोबारी मुन्ना साव को गिरफ्तार किया गया. सभी आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. इन गिरफ्तारियों के बाद बड़े-बड़े कारोबारी इलाका छोड़कर फरार हैं. इस बीच रानीगंज में तालाब भराई का मामला सामने आ गया है. बोरो दो के सहायक अभियंता ने अपनी शिकायत में कहा कि आरोपी व्यक्ति निर्माण को रोकने के आदेश का उल्लंघन करके तालाब को भर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार रानीगंज में एक और तालाब भरने की शिकायत मिली है. जिसपर भी प्राथमिकी दर्ज हुई है. एक के बाद तालाब भरने के मामलों ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है