पानागढ़ (मुकेश तिवारी) : पूर्वी बर्दवान जिला के मंगलकोट थाना के निगन ग्राम इलाके में मंगलवार देर रात स्थानीय तृणमूल नेता एवं बूथ अध्यक्ष की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. मृतक के परिवार तथा पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा समर्थित अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, भाजपा ने इस आरोप से इनकार किया है.
घटना के बाद से इलाके में तृणमूल समर्थकों, कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है. इलाके में उत्तेजना व तनाव की स्थिति है. पुलिस बल मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गया है. बताया जा रहा है कि मंगलकोट में टीएमसी के बूथ नंबर 197 के अध्यक्ष संजीत घोष की भाजपा समर्थित असामाजिक तत्वों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी.
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने तृणमूल बूथ अध्यक्ष को गली में फेंक दिया. इसके बाद लाठी और धारदार हथियारों से उसकी जमकर पिटाई कर दी गयी. गंभीर रूप से घायल अवस्था में संजीत को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
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घायल इब्राहीम शेख, जो मंगलकोट माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष हैं, उन्हें भी पीटा गया. हालांकि, उन्होंने हेलमेट पहन रखी थी, इसलिए उनको चोटें कम आयीं. उधर, भाजपा ने तृणमूल नेता पर हमला और उसकी हत्या के आरोपों से इनकार किया है. भाजपा ने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस में गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया है.
मृतक तृणमूल नेता संजीत घोष की पत्नी ने कहा कि जब वह दोपहर को अपनी बाइक से निगन गांव लौट रहे थे, तो उन्हें बाइक से गिरा दिया गया. जैसे ही संजीत घोष और इब्राहीम शेख जमीन पर गिरे, 5-6 लोगों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से उन पर हमला कर दिया.
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संजीत घोष के शरीर के विभिन्न हिस्सों में चोट के निशान थे. बाइक में तोड़फोड़ की गयी. संजीत को गंभीर हालत में कटवा अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया. यहां से उन्हें बर्दवान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेजा गया. इलाज के दौरान देर रात संजीत घोष की मौत हो गयी.
बीजेपी कार्यकर्ता बीकेश, सतीश घोष, शिशिर घोष और हंसू यश पर संजीत घोष की पत्नी आशालीन घोष ने अपने पति की पिटाई कर हत्या का आरोप लगाया है. आशालीन ने कहा कि उनके पति टीएमसी करते थे. वे 197 के बूथ अध्यक्ष थे. उन पर भाजपा द्वारा अनैतिक काम करने का दबाव डाला गया था. उनके पति इसके लिए सहमत नहीं थे.
आशालीन ने कहा कि इसलिए भाजपा के शिशिर घोष के नेतृत्व में संजीत घोष पर हमला किया गया. उन पर पहले भी हमला हुआ था. आशालीन ने अपने पति के हत्यारों को सजा देने की मांग की. जिला अध्यक्ष रासबिहारी हलधर और पूर्व बर्दवान जिला परिषद अध्यक्ष शम्पा धरा ने आरोप लगाया कि यह हमला भाजपा के युवा मोर्चा के अध्यक्ष सौमित्र खान द्वारा मंगलकोट में एक बैठक में भड़काऊ भाषण देने के बाद हुआ.
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टीएमसी नेता शम्पा धर ने कहा कि भाजपा की हत्या की राजनीति राज्य में शुरू हो गयी है. आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व खून-खराबा कर भाजपा शासन पाना चाहती है. रासबिहारी हलधर ने दावा किया कि मंगलकोट इलाके में टीएमसी का संगठन काफी मजबूत है. चूंकि भाजपा का यहां कोई आधार नहीं है, इसलिए वह आतंक फैलाकर लोगों को डराना चाहती है.
इस मामले को लेकर थाना में शिकायत दर्ज करायी गयी है. भाजपा के कटवा अध्यक्ष कृष्ण घोष ने दावा किया कि यह घटना तृणमूल की आपसी गुटबाजी व झगड़े के कारण हुई है. इस बीच, मंगलकोट में तनाव फैल गया. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.
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उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले राजनीतिक हिंसा तेज हो गयी है. राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. 294 सदस्यीय बंगाल विधानसभा में भाजपा ने 200 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, तो तृणमूल कांग्रेस ने इससे ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है. चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, जुबानी जंग के साथ-साथ हिंसा भी बढ़ रही है.
Posted By : Mithilesh Jha