कोलकाता. कारोबारियों द्वारा शुरू की गयी हड़ताल के बीच राज्य में आलू की आपूर्ति सामान्य रखने के लिए मुख्य सचिव बीपी गोपालिका मंगलवार को राज्य सचिवालय स्थित काॅन्फ्रेंस रूम में बैठक कर रहे थे, अचानक इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पहुंच गयीं और कारोबारियों व विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार से ही आलू अन्य राज्यों में भेजने की अनुमति दे दी. हालांकि, मुख्यमंत्री ने राज्य में खुले बाजारों में आलू की कीमतें नियंत्रित रखने का उन्होंने निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी तरह से आलू की कीमत नहीं बढ़ाई जा सकती. मंगलवार को बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक हफ्ते तक नजर रखेंगे और उसके बाद फिर बैठेंगे. मुख्यमंत्री ने अन्य सब्जियों की कीमतों की भी समीक्षा की. बैठक में टास्क फोर्स के सदस्यों ने कहा कि सब्जियों की कीमतें फिलहाल नियंत्रण में हैं. गौरतलब है कि शनिवार रात से राज्य के कई स्थानों पर आलू व्यापारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है, इसलिए आलू की कीमतें बढ़ने की आशंका को देखते हुए मुख्य सचिव ने यह बैठक बुलायी थी. इससे पहले, 20 जुलाई को प्रोग्रेसिव पोटैटो ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बाहर राज्यों में आलू के निर्यात में पुलिस बाधा की शिकायत करते हुए राज्यव्यापी ”हड़ताल” का आह्वान किया था. हड़ताल लगातार पांच दिनों तक चली थी, जिससे प्रदेश की मंडियों में आलू का संकट शुरू हो गया था. इसके बाद राज्य के पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार और कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना के साथ हुई बैठक में आलू व्यापारियों ने समस्या के समाधान का आश्वासन देकर हड़ताल खत्म कर दी. लेकिन आलू कारोबारियों का आरोप है कि आश्वासन देने के बाद भी राज्य सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है. इसलिए अब उनके पास हड़ताल करने के अलावा कोई और दूसरा रास्ता नहीं बचा है.
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