तीन माह में बैंक खाते से हुआ दो करोड़ का लेनदेन, खाते में सात लाख रुपये
लोन के लिए पड़ोसी पर भरोसा कर सौंप दिये आधार व पैन कार्ड, ट्रेड लाइसेंस की कॉपी और अपना पासपोर्ट साइज फोटो
आसनसोल. आर्थिक तंगी से जूझ रहे कोकओवन थाना क्षेत्र के लिलुआबांध ईरानीपाड़ा, सिनेमा रोड इलाके के निवासी वीरचंद पासवान ने लोन के लिए अपने पड़ोसी रोहित तांती पर भरोसा करके बड़ी बुरी तरह फंस गये. आरोप है कि रोहित ने लोन दिलाने के नाम पर वीरचंद का आधार कार्ड, पैन कार्ड, ट्रेड लाइसेंस की हस्ताक्षरित कॉपी के साथ पांच पासपोर्ट फोटो लिये और लोन भी नहीं दिला पाया. इन्ही दस्तावेजों की बदौलत बैंक में खाता खुला और तीन माह में उस खाते से दो करोड़ रुपये का लेनदेन भी हुआ. पांच जनवरी को बेंगलुरू दक्षिण डिवीजन के सीईएम थाना के पुलिस निरीक्षक का नोटिस मिलते ही पासवान के होश उड़ गये. नोटिस में दिए गये बैंक खाता की जांच करने के लिए वे बैंक गये. वहां पाया कि वीर लाइट हाउस नाम से उनका एक खाता है, जिसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इस खाते से तीन माह में दो करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है और शेष 7,07,619 रुपये बचा हुआ है. खाता के साथ रोहित तांती का फोन नम्बर पंजीकृत है. जिसकी शिकायत उन्होंने साइबर क्राइम थाना आसनसोल में दर्ज करायी. जिसके आधार पर केस नंबर 03/25 में बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/318(2)/338/336(3)/340(2)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुआ. पुलिस के अनुसार साइबर अपराधी ऐसे फर्जी बैंक खातों में ठगी का पैसा जमा करते हैं. यहां से वे अन्य जगह ट्रांसफर करते हैं. पुलिस जांच में फर्जी खाता के धारक का नाम मिलता है, असली अपराधी तक पहुंचना कठिन हो जाता है. वीरचंद पासवान ने अपनी शिकायत में कहा कि सितंबर 2023 में वे वित्तीय संकट में थे. कोई अन्य विकल्प नहीं मिलने पर वह अपनी दुकान गिरवी रखकर बैंक से लोन दिलाने को लेकर अपने पड़ोसी रोहित तांती से मिले. उसने आश्वासन दिया कि लोन करवा देंगे. इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, ट्रेड लाइसेंस का जेरॉक्स कॉपी के साथ आइसीआइसीआइ बैंक के एक फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाया और पांच पासपोर्ट फोटो भी लिया. कुछ दिनों बाद दो लोगों को दुकान पर लेकर आया और कहा कि बैंक के अधिकारी हैं, दुकान देखने के लिए आये हैं. अधिकारियों ने खुद को आइसीआइसीआइ बैंक स्टेशन बाजार रोड शाखा का प्रबंधक और कर्मचारी बताया. कुछ दिनों बाद रोहित ने आकर बताया कि बैंक ने लोन की अपील को खारिज कर दिया है पुनः छह माह बाद प्रयास किया जाएगा. पांच जनवरी को सीईएम थाना बेंगलुरू के पुलिस निरीक्षक का नोटिस मिला, जिसमें उनके खिलाफ साइबर का एक मामला शुरू होने की बात कही गयी थी. जिसे देखते ही होश उड़ गया. वह तुरंत आइसीआइसीआइ बैंक स्टेशन बाजार रोड शाखा में जाकर पूछताछ की. उन्हें पता चला कि वीर लाइट हाउस नाम पर एक अकाउंट में उनके सारे डॉक्युमेंट हैं, लेकिन फोन नम्बर रोहित तांती का दिया हुआ है. यह खाता एक नवंबर 2023 को खुला है और 14 नवंबर से ट्रांजेक्शन शुरू हुआ. तीन फरवरी 2024 तक करीब दो करोड़ रुपये हजार से अधिक लेनदेन में आदान प्रदान हुआ है और शेष 7,07,619 रुपये हैं. यह सारा कुछ उनकी जानकारी के बगैर हुआ है.
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