अमिताभ मित्रा पर 3.71 करोड़ रुपये गबन का आरोप, पूरा परिवार है गायब

त्रिविना हेल्थ केयर हॉस्पिटल रानीगंज के एक निदेशक अमिताभ मित्रा, उनकी पत्नी रमा मित्रा और पिता अशोक मित्रा के खिलाफ एक अन्य निदेशक रमेश भौमिक की शिकायत पर रानीगंज थाने में 3.71 करोड़ रुपये गबन व धोखाधड़ी करने की प्राथमिकी दर्ज हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 9:07 PM

रानीगंज.

त्रिविना हेल्थ केयर हॉस्पिटल रानीगंज के एक निदेशक अमिताभ मित्रा, उनकी पत्नी रमा मित्रा और पिता अशोक मित्रा के खिलाफ एक अन्य निदेशक रमेश भौमिक की शिकायत पर रानीगंज थाने में 3.71 करोड़ रुपये गबन व धोखाधड़ी करने की प्राथमिकी दर्ज हुई. जिसमें आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/61(2) के तहत मामला दर्ज हुआ है. श्री भौमिक ने शिकायत में कहा कि वर्ष 2021 से ही आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आ रहा था. हिसाब देने में अमिताभ लगातार बहाना कर रहा था. आखिरकार दो दिसंबर को बैठकर सारा हिसाब देने की बात थी लेकिन सुबह ग्यारह बजे से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया. पांडवेश्वर स्थित आवास से उसके पिता और दुर्गापुर स्थित फ्लैट से अमिताभ और उसकी पत्नी गायब हो गये हैं. अमिताभ के पिता ने अपने बेटे की गुमशुदगी की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करायी है. इतनी बड़ी राशि के घोटाले से अस्पताल पर काफी बुरा असर पड़ा है. अमिताभ के सामने आने पर ही पूरी स्थिति साफ होगी. गौरतलब है कि रानीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत लायंस एमजेएम आइ हॉस्पिटल भवन परिसर में स्थित त्रिविना हेल्थ केयर हॉस्पिटल को पांडवेश्वर इलाके के तीन दोस्तों (पार्टनरों) विकास खेमका, रमेश भौमिक और अमिताभ मित्रा ने मिलकर वर्ष 2018 में लीज पर लिया था, लीज अवधि 2026 तक है. यह हॉस्पिटल लायंस क्लब का है. इसी बीच एक पार्टनर अमिताभ मित्रा पर हॉस्पिटल का 3.71 करोड़ रुपये गबन करने की शिकायत अन्य पार्टनर रमेश ने की. जिसके आधार पर रानीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है.

पत्नी और खुद के एक अन्य बैंक खाते में हॉस्पिटल का पैसा किया जमा, जांच में हुआ खुलासा

शिकायतकर्ता श्री भौमिक ने बताया कि हॉस्पिटल में कैश और सारा अकाउंट्स का हिसाब अमिताभ संभालता था. वर्ष 2021-22 वित्त वर्ष में हिसाब में कुछ अनियमितता देखने को मिली. जिसे लेकर अमिताभ से जवाब मांगा गया. वह लगातार हिसाब देने से बचता रहा. जिसे लेकर लगातार विवाद हो रहा था. अगस्त 2024 में उसे अकाउंट्स के दायित्व से हटा दिया गया. अमिताभ ने दो दिसंबर को पूरा हिसाब देने को कहा था. सुबह ग्यारह बजे तक हॉस्पिटल में नहीं आने पर उसे फोन किया गया लेकिन फोन स्विच ऑफ था. कई बार प्रयास करने पर भी उससे संपर्क नहीं हो पाया. उसके पिता और पत्नी को फोन किया गया, दोनों ने कहा कि अमिताभ के विषय में उनके पास कोई जानकारी नहीं है. इसके उपरांत अमिताभ के बैंक रिकॉर्ड देखने से पता चला कि त्रिविना हेल्थ केयर हॉस्पिटल की नकदी उसकी पत्नी और उसके एक अन्य खाते में जमा हुई है. वाउचर पर उसे हॉस्पिटल से कैश लेकर अपनी पत्नी और अपने खाते में जमा किया. श्री भौमिक ने आरोप लगाया कि अमिताभ ने अपने पिता और पत्नी के साथ आपराधिक साजिश रचने के बाद इस कांड को अंजाम दिया है. इस विषय मे अमिताभ से उसका पक्ष जानने के लिए लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन फोन स्विच ऑफ था.

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