बीरभूम में ओवरलोड ट्रक रोकने पर मोटर वाहन निरीक्षक पर हमला

जिले के सिउड़ी थाना के खैराकुड़ी चेकपोस्ट पर एक ओवरलोड ट्रक को रोक कर जांच पड़ताल करने के दौरान जिले के एक मोटर वाहन निरीक्षक को ट्रक के चालकों और स्थानीय लोगों द्वारा पीटे जाने का मामला प्रकाश में आया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2024 9:46 PM
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बीरभूम.

जिले के सिउड़ी थाना के खैराकुड़ी चेकपोस्ट पर एक ओवरलोड ट्रक को रोक कर जांच पड़ताल करने के दौरान जिले के एक मोटर वाहन निरीक्षक को ट्रक के चालकों और स्थानीय लोगों द्वारा पीटे जाने का मामला प्रकाश में आया है. गौरतलब है कि ट्रक ड्राइवरों द्वारा बुधवार से राज्य भर में तीन दिवसीय ‘चक्का जाम’ का आह्वान किया गया है. ट्रक चालकों की शिकायत है कि माल परिवहन करते समय पुलिस और सिविक वॉलंटियर्स द्वारा उन्हें परेशान किया जाता है. बीरभूम में मोटर वाहन निरीक्षक बबलु टुडू पर कुछ ट्रक चालकों ने हमला कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह एक ट्रक के ओवरलोड होने पर जुर्माना वसूल रहे थे तो 20 से 25 लोगों ने उन पर हमला कर दिया. बबलु टुडू का दावा है कि हमले के दौरान बीरभूम ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अनीस अहमद भी मौजूद थे. इंस्पेक्टर ने बताया कि सिउड़ी में खैराकुड़ी चेकपोस्ट के पास ड्यूटी के दौरान उन्होंने तीन टन से अधिक सामान ले जा रहे एक वाहन को रोका. इसके बाद कुछ लोगों का एक समूह चेकपोस्ट के अंदर आ गया और उत्पात मचाने लगा. आरोप है कि जब बबलु टुडू ने डरकर दरवाजा बंद किया तो 20 से 25 लोगों ने उसे तोड़ दिया और उन पर हमला कर दिया. आगे आरोप लगाया गया कि उन्हें जमीन पर गिरा दिया गया और बुरी तरह पीटा गया. अधिकारी ने दावा किया कि उन्हें जान से मारने की कोशिश की गयी. उन्होंने कहा कि वह किसी तरह भाग निकले और बच गये. बबलु टुडू ने कहा कि वह हर दिन उस चेकपोस्ट पर गाड़ियों की जांच करते हैं. मंगलवार देर शाम को तीन टन ओवरलोड वाहन को पकड़ा गया. उसी वक्त कुछ लोगों ने उनपर हमला कर दिया. लोहे के हथियार से उनकी आंख पर मारा गया. जिससे वहां से खून निकलने लगा. वह अकेले थे. किसी तरह उन्होंने अपने साथियों को बुलाया तो उन्होंने उन्हें बचाया और अस्पताल ले गये. वह हमलावरों के लिए उचित सजा की मांग करते हैं.

उन्होंने दावा किया कि वह हमलावरों के किसी भी समूह को नहीं जानते, लेकिन हमले के दौरान बीरभूम ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष भी मौजूद थे. इस बीच, ट्रक चालक 72 घंटे के ‘चक्का जाम’ के फैसले पर अड़े हुए हैं. उन्होंने पुलिस और नागरिक पुलिस के उत्पीड़न को रोकने, ऑनलाइन मामलों के माध्यम से सड़क पर ट्रक ड्राइवरों से पैसे की वसूली बंद करने सहित सात सूत्री मांगें उठायी हैं. राज्य की कुछ सड़कों पर टैक्स के नाम पर अतिरिक्त पैसा लिया जा रहा हैं. इससे पूजा के मद्देनजर राज्य भर में माल परिवहन प्रभावित होने की आशंका है.

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