साइबर ठगी के दो शातिर दिल्ली से गिरफ्तार

डिजिटल अरेस्ट के 1.04 करोड़ रुपये की ठगी के केस में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2025 12:53 AM
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दोनों आरोपियों का सीधा संपर्क विदेश में बैठे आकाओं से, जांच में जुटी है पुलिस छह आरोपी पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार, एक-दूसरे पर लगा रहे हैं आरोप

आसनसोल. डिजिटल अरेस्ट कर 1,03,85,000 रुपये की ठगी करने के मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दिल्ली में छापेमारी कर दो आरोपी निखिल रोहदगी और सुनील गुप्ता को गिरफ्तार कर बुधवार को वहां के स्थानीय अदालत में पेश कर चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड की अपील की गयी. अदालत ने आरोपियों को चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस के हवाले कर दिया. दोनों आरोपियों को लेकर पुलिस आसनसोल आ रही है. सूत्रों के अनुसार इन दोनों आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस दिल्ली में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. निखिल और सुनील का कनेक्शन विदेशों में बैठे साइबर अपराधियों से होने की बात सामने आ रही है. पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है. इस मामले में बंगाल, यूपी, झारखंड के छह आरोपी पहले से ही गिरफ्तार हैं और पुलिस रिमांड में हैं. दिल्ली में पकड़े गये दोनों आरोपियों के आने के बाद पुलिस को इस मामले में कुछ पुख्ता जानकारी मिलने की उम्मीद है.

गौरतलब है कि आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के समीरन राय रोड इलाके के निवासी व पूर्व दूरदर्शन कर्मचारी चंचल बंधोपाध्याय को साइबर अपराधियों ने सात दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 1,03,85,000 रुपये ठगी की थी. 18 जनवरी 2025 को साइबर क्राइम थाना आसनसोल में इसकी शिकायत दर्ज हुई थी. 72 घंटे के अंदर ही पुलिस ने दो आरोपियों देवघर का डी. आनंद और भाटपाड़ा का निवासी वी.संजय कुमार को गिरफ्तार किया. ठगी के राशि का 68 लाख रुपये आनंद के खाते में और पांच लाख रुपये संजय के खाता में गया था. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे अपना बैंक खाता किराया पर दिया था. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने शाहजहांपुर (यूपी) जिला के बहादुरगंज इलाके के निवासी नवजीत सिंह और पेसवारी इलाके निवासी ज्योतिन शर्मा, कोलकाता हरिदेवपुर इलाके की निवासी सुकृति चक्रवर्ती और भाटपाड़ा का निवासी राशिद खान को गिरफ्तार किया. ये सभी भी पुलिस रिमांड में हैं. यूपी के दोनों आरोपियों ने भी अपना बैंक खाता किराया पर दिया था. सुकृति बैंक खाता कलेक्शन करके मुख्य आरोपी को भेजती थी. राशिद खाता धारकों को अपने जाल में फंसाकर सुकृति के पास लाता था. जांच में आरोपी अपना बयान लगातार बदल रहे हैं.

दिल्ली से पकड़ाये आरोपियों को बता रहे हैं अपना सरगना, पर सरगना है कोई और

इस मामले में पुलिस रिमांड में मौजूद आरोपियों से पूछताछ के बाद मिली सूचना के आधार पर पुलिस की टीम देश तीन राज्यों में अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है. मुख्य आरोपी के दिल्ली में होने की पुलिस को सूचना मिली थी. प्राथमिक पूछताछ में दिल्ली के आरोपियों से पता चला है कि यह लोग भी अकाउंट कलेक्ट करने का काम करते थे. राशिद और सुकृति अपना बयान बदल रहे हैं. सुकृति अपना बॉस राशिद को बता रही तो राशिद सुकृति अपना बॉस बता रहा है. यह लोग दिल्ली में बैठे आरोपियों को अकाउंट सप्लाई करते थे. दिल्ली से आरोपियों के आने के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है.

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