जामताड़ा और हावड़ा के दो साइबर अपराधी कुल्टी में गिरफ्तार, कबूला अपना जुर्म
साइबर अपराध के बढ़ने के साथ-साथ इससे जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी में भी आयी तेजी
भारी संख्या में डेबिट कार्ड बरामद, सारे कार्ड विभिन्न लोगों के नाम पर है रजिस्टर्ड
ठगी के पैसों को विभिन्न खातों में जमा करने के लिए सिग्नल का कर रहे थे इंतजार, इससे पहले चढ़ गये पुलिस के हत्थे आसनसोल/कुल्टी. साइबर अपराध बढ़ने के साथ-साथ इससे जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस को लगातार कामयाबी मिल रही है. कुल्टी थाने की पुलिस ने सूचना के आधार पर शनिवार रात को स्थानीय एसबीआइ टाउनशिप शाखा के निकट केसीसी मैदान में छापेमारी करके दो युवकों को पकड़ा. जिनमें जामताड़ा (झारखंड) जिले के धोबना चेंगाईडीह गांव का निवासी इंजमाम उल हक (20) और हावड़ा (पश्चिम बंगाल) जिले के दासनगर थाना अंतर्गत तीन नंबर भारतमाता लेन इलाके का निवासी जय बसाक (26) शामिल हैं. जांच के क्रम में इनके पास से पुलिस ने पांच अलग-अलग व्यक्तियों के नामों के डेबिट कार्ड और दो मोबाइल फोन बरामद किये. प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लोग फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करके अपने जाल में फंसाकर लूटने का कार्य करते हैं, यहां पर वे ठगी के पैसों को विभिन्न खातों में जमा करने के लिए सिग्नल मिलने का इंतजार कर रहे थे. इससे पहले पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. उन्होंने यह भी बताया कि बंगाल और झारखंड के विभिन्न इलाकों में भारी मात्रा में उन्होंने धन, एटीएम कार्ड, सिमकार्ड व अन्य संपत्तियां जमा करके रखी हैं. जिसे बरामद करने में वे पुलिस की मदद करेंगे. सहायक अवर निरीक्षक मिथुन अधिकारी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ कुल्टी थाना कांड संख्या 68/25 में बीएनएस की धारा 319(2)/318(4)/303(2)/316(2)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. रविवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी अवर निरीक्षक अनन्या मंडल ने 10 दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने सात दिनों की रिमांड मंजूर की. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों के पास से काफी कुछ जानकारी मिलेगी.साइबर क्राइम थाने की पुलिस और डीडी की टीम ने मिलकर दुर्गापुर में पकड़ा
गिरफ्तार होते ही आरोपी की बिगड़ी तबियत, रातभर इलाज कराकर सुबह भेजा गया अदालत मेंआसनसोल. साइबर अपराध में उपयोग किये गये सिमकार्ड की ट्रैकिंग करके खुफिया विभाग (डीडी) की टीम ने दुर्गापुर थाना क्षेत्र के धंदाबाद, सुकांतपल्ली इलाके में छापेमारी कर अभिजीत मुखर्जी (53) नामक एक व्यक्ति को पकड़ा. उसके पास से पुलिस ने ठगी में उपयोग किये गये सिमकार्ड, मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक जीपे का क्यूआर कोड, एक पेटीएम का क्यूआर कोड, आइसीआइसीआइ बैंक की स्वाइप मशीन, एक मॉनिटर, एक सीपीयू आदि जब्त किया. प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज, गैस बुकिंग, एलआइसी बिल आदि के ऑनलाइन भुगतान पर आठ से 10 फीसदी की छूट देने का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में वह फंसाता था. इसके लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन भी दिया गया है. डीडी के अवर निरीक्षक मुर्शीद अली की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने आसनसोल में आरोपी के खिलाफ कांड संख्या 20/25 में बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/319(2)/61(2) के तहत मामला दर्ज हुआ. सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार करके आरोपी को जब साइबर क्राइम थाने में लाया गया तो उसकी तबीयत काफी खराब हो गयी. उसका इलाज कराकर सुबह अदालत में पेश किया गया. फिलहाल रिमांड की अपील नहीं की गयी. अदालत ने जमानत खारिज करके उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस उसे बाद में रिमांड लेगी. गौरतलब है कि 7029486925 नंबर से फोन करके कई लोगों को ठगा गया था. जिनमें से मुर्शिदाबाद जिले के हरिहरपाड़ा के निवासी दीपेन मंडल को 87 हजार रुपये और नॉर्थ 24 परगना जिले के हालिशहर इलाके के निवासी को आठ हजार रुपये का चूना लगाया गया था. उक्त नंबर के साथ इसकी शिकायत एनसीआरबी पोर्टल में की गयी थी. यह नंबर दुर्गापुर इलाके के एक्टिव रहने की सूचना के आधार पर नंबर के लोकेशन पर छापेमारी की गयी. जहां से वह नंबर अभिजीत के मोबाइल फोन से बरामद हुआ. जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया.
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