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विश्वभारती में स्नातक छात्रा की हुई अस्वाभाविक मौत, विद्यार्थियों में रोष

विश्वभारती में स्नातक छात्रा की हुई अस्वाभाविक मौत

सनसनी. जांच में जुटी पुलिस, शिल्प सदन में स्नातक तीसरे वर्ष की थी छात्रा मूलत: बनारस की रहनेवाली थी छात्रा बोलपुर. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी लेडी डॉक्टर के रेप व मर्डर की घटना के खिलाफ उबाल व आंदोलन के बीच यहां केंद्रीय विश्वविद्यालय भी छात्रा की अस्वाभाविक मौत के वाकये से चर्चा में आ गया है. विश्वभारती विश्वविद्यालय में स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा की अस्वाभाविक मौत से हड़कंप मच गया है. घटना के बाद विश्वभारती के छात्र-छात्राओं में काफी रोष है. मृत छात्रा का नाम अनामिका सिंह (22) बताया गया है. वह मूलत: उत्तर प्रदेश के बनारस की रहनेवाली थी. घटना का पता चलते ही पुलिस ने गुरुवार रात ही उसका शव अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पता चला है कि छात्रा विश्वभारती के शिल्पसदन में पढ़ती थी. विश्वभारती में छात्रा की ””अप्राकृतिक”” मौत पर हंगामा होने लगा. शिक्षक दिवस की रात इस घटना के बाद से विश्वविद्यालय परिसर में काफी तनाव है. शुक्रवार को पूरे परिसर में शोक का माहौल रहा. विश्वभारती से जुड़े सूत्रों की मानें, तो छात्रा काफी समय से अकेली रह रही थी और बहुत कम बोलती थी. यूनिवर्सिटी कैंपस से सटे आम्रपाली हॉस्टल में अनामिका रहती थी. शिक्षक दिवस को शिल्पसदन में एक समारोह था. लेकिन छात्रा उक्त कार्यक्रम में नहीं पहुंची थी. अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी. उसे छात्रावास के अधिकारी नजदीकी अस्पताल ले गये. वहां हालत बिगड़ने पर छात्रा को बोलपुर महकमा अस्पताल ले जाया गया. पर उसे नहीं बचाया जा सका. डॉक्टरों ने छात्रा अनामिका को मृत करार दिया. छात्रा की अस्वाभाविक मौत को लेकर विश्वभारती में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. वह काफी समय से अकेली क्यों रह रही थी, क्या वह किसी परेशानी में थी, अचानक कैसे बीमार पड़ गयी – इन सारे सवालों से पुलिस जूझ रही है. विश्वभारती के अधिकारी यह भी देख रहे हैं कि ऐसी घटना कैसे हो गयी. अलबत्ता, अभी तक इस पर किसी की प्रतिक्रिया नहीं आयी है. जांच में जुटी शांतिनिकेतन थाने की पुलिस: शांतिनिकेतन थाने की पुलिस अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज कर जांच में जुट गयी है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो विष निगलने से छात्रा की हालत बिगड़ी थी. उसके पिता पेशे से पुलिस अधिकारी बताये गये हैं. अनामिका शांतिनिकेतन के आम्रपाली गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी. शिल्पसदन से जुड़े उसके परिचितों का दावा है कि आठ अगस्त को छात्रा ने अपने सहपाठियों व प्रोफेसरों को बताया था कि उसका भाई दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. उसके इलाज में काफी रुपये लगेंगे. मामले की जानकारी होने पर विभाग के लगभग सभी लोगों ने सहयोग का हाथ बढ़ाया था. लगभग 60-70 हजार रुपये जुटा लिये गये थे. लेकिन उसके बाद छात्रा को संबद्ध भवन में आते नहीं देखा गया. यहां तक कि गुरुवार को शिक्षक दिवस समारोह में भी वह नहीं थी. हॉस्टल सूत्रों के मुताबिक, अनामिका बीते कुछ समय से अपने सहपाठियों से ज्यादा मेलजोल नहीं रख रही थी. आम्रपाली हॉस्टल के करीबी सूत्रों का दावा है कि अनामिका ने जहर निगल लिया था. हालत बिगड़ने पर उसने आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगायी थी, लेकिन रात होने की वजह से उसे किसी ने नहीं सुना. लगातार उल्टी होने के बाद अनामिका को विश्वविद्यालय के पियर्सन मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया. पर हालत बिगड़ने पर उसे वहां से बोलपुर सब-डिवीजनल हॉस्पिटल ले जाया गया. मामले की जानकारी होने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ-साथ शिल्पसदन परिषद के प्रोफेसर भी अस्पताल पहुंचे. हालांकि डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, पर उस छात्रा को नहीं बचाया जा सका. सभी हैरान हैं कि अनामिका ने जहर क्यों खाया. शिल्प सदन के एक प्रोफेसर ने कहा कि अनामिका के परिवार को सूचित कर दिया गया है और वे शांतिनिकेतन आ रहे हैं. मगर इस घटना से सभी स्तब्ध हैं. मेडिकल बोर्ड भी करेगा जांच : घटना पर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक जनसंपर्क अधिकारी अतिग घोष की टिप्पणी नहीं मिल पायी है. हॉस्टल में जांच करने पहुंची पुलिस को विश्वभारती के उक्त हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने घेर लिया. काफी मशक्कत के बाद बाद छात्रों ने पुलिस को हॉस्टल से बाहर जाने दिया. बोलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(एएसपी) राना मुखोपाध्याय ने आश्वस्त किया कि घटना की पूरी जांच होगी. मेडिकल बोर्ड से भी अलग जांच करायी जायेगी. पुलिस को जांच में विश्वभारती के अधिकारी पूरा सहयोग कर रहे हैं. आम्रपाली हॉस्टल का कमरा पुलिस ने किया सील आधी रात को पुलिस के हॉस्टल पहुंचने पर उठे सवाल बोलपुर. विश्वभारती विश्वविद्यालय के शिल्पसदन की स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा अनामिका सिंह की अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद बीरभूम जिला पुलिस हरकत में आ गयी है. हॉस्टल में उस छात्रा के कमरे को सील कर दिया गया है. सूचना पाते ही बीरभूम के एएसपी (बोलपुर) राणा मुखोपाध्याय और बोलपुर एसडीपीओ रिकी अग्रवाल वहां पहुंचे. विश्वभारती अधिकारियों की ओर से कार्यवाहक सचिव अशोक महतो, सुरक्षा अधिकारी सुप्रिय गंगोपाध्याय और छात्र निदेशक गणेश मलिक भी मौके पर पहुंचे. उन्हें घेर कर छात्र-छात्राएं हंगामा करने लगे. छात्राओं ने अधिकारियों से पूछा कि छात्रावास के मुख्यद्वार पर सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं है? छात्रा देवमिता बंद्योपाध्याय ने शिकायत की कि गुरुवार शाम की घटना के बाद आधी रात को पुलिस गर्ल्स हॉस्टल में पहुंच गयी. तब उसके साथ विश्वभारती का कोई अधिकारी नहीं था. इसलिए पुलिस को छात्राओं ने रोकने की कोशिश की, ताकि सबूतों से छेड़छाड़ न हो. छात्रा ने कहा कि आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद सबूत नष्ट करने की गुंजाइश नहीं छोड़ी जा सकती थी. विश्वभारती के पास अस्पताल का बुनियादी ढांचा नहीं है. विश्वभारती के कार्यवाहक सचिव अशोक महतो ने कहा, “अनामिका की मौत दुखद है. उसके परिवार को सूचना दे दी गयी है. रात हमलोग अस्पताल में थे. लिहाजा हॉस्टल पहुंचने में देर हो गयी.” बीरभूम के एएसपी(बोलपुर) राणा मुखोपाध्याय ने कहा कि मेडिकल बोर्ड गठित कर सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया गया है. साक्ष्य ना मिटाये जायें, लिहाजा आनन-फ़ानन में हॉस्टल के उक्त कमरे को सील कर दिया गया है. दरकार हुई, तो फोरेंसिक टीम भी बुलायी जायेगी. हम जांच में कसर नहीं छोड़ेंगे. छात्रा की अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद विश्वभारती के छात्र-छात्राओं में गहमागहमी है.

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