पंचायत प्रधान, उप-प्रधान की मौजूदगी में मना बर्थडे, घटना को लेकर तृणमूल पर विपक्ष हमलावर अंडाल. कुछ दिन पहले आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट(एडीपीसी) के एक थाने में तृणमूल कांग्रेस नेता का जन्मदिन मनाये जाने के बाद वहां के थानेदार सस्पेंड यानी मुअत्तल कर दिये गये. फिर भी इस घटना से सबक नहीं लिया गया. अब उखड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय में एक ठेकेदार का धूमधाम से जन्मदिन मनाया गया. मोमबत्तियां जलायी गयीं और हैपी बर्थडे बोलते हुए केक काटा गया. इसका पता चलते ही उक्त पंचायत कार्यालय के तृणमूल शासित बोर्ड पर विपक्ष हमलावर हो गया है. विपक्ष की ओर से सरकारी कार्यालय में इस तरह ठेकेदार का जन्मदिन मनाये जाने की तीखी भर्त्सना की है. इसे निर्धारित नियमों की खुले आम अनदेखी व अवज्ञा बतायी है. ध्यान रहे कि हाल में एडीपीसी के एक थाने में तृणमूल नेता का जन्मदिन मनाये जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. घटना के चलते उक्त थाने के पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. ताजा घटना अंडाल ब्लॉक अंचल के उखड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय में हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक उक्त पंचायत कार्यालय में सोमवार को गौतम सरकार नामक ठेकेदार का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया. मौके पर करीबी नेताओं व उसके इष्ट-मित्रों की मौजूदगी में केक काटा गया. सबका मुंह मीठा कराया गया. कहा जा रहा है कि सोमवार को उक्त पंचायत कार्यालय में ठेकेदार का जन्मदिन मनाये जाते समय वहां की पंचायत प्रधान मीना कोले, उप-प्रधान शरण सहगल व अन्य सदस्य उपस्थित रहे. इस घटना से तृणमूल कांग्रेस का एक खेमा नाराज बताया जा रहा है. इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस व पंचायत प्रधान की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. इस घटना को सत्ताधारी पार्टी के बोर्ड पर हमले के लिए विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. उक्त घटना को लेकर मंगलवार को भाजपा के जिला नेता श्रीदीव चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस पर करारा हमला बोला. कहा कि निहित स्वार्थ व मतलब के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता, सरकार व उसके ठेकेदार सब एक हो गये हैं. सबकी मिलीभगत से नियमों को ठेंगा दिखाया जा रहा है. ताजा घटना से साफ है कि उखड़ा ग्राम पंचायत की प्रधान व उप-प्रधान के लिए वो ठेकेदार सारे नियमों से ज्यादा महत्वपूर्ण है. इस बीच, उक्त घटना को लेकर पंचायत प्रधान व उप-प्रधान के अलग-अलग बयान आये हैं. प्रधान मीना कोले ने कहा कि सोमवार को पंचायत सचिव का जन्मदिन था. सहकर्मियों ने उनके जन्मदिन की व्यवस्था की, केक काटा गया. तभी पता चला कि ठेकेदार गौतम सरकार का भी उसी दिन जन्मदिन है. पंचायतकर्मियों ने उन्हें भी केक खिला दिया. सफाई दी कि पंचायत कार्यालय के अंदर उनका जन्मदिन नहीं मनाया गया. वहीं, उप-प्रधान शरण सहगल ने कहा कि गौतम सरकार भले ही ठेकेदार हैं, पर वो पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं. लिहाजा पंचायत सचिव के साथ गौतम सरकार का भी जन्मदिन मना लिया गया. इसमें हायतौबा मनाने का कुछ नहीं है. शरण बाबू ने आगे कहा कि ऐसे मुद्दों को अनर्गल तूल देने का मतलब नहीं है. उधर, माकपा नेता प्रबीर मंडल ने कहा कि विभिन्न सरकारी योजनाओं में ठेकेदार के काम की गुणवत्ता को लेकर कई शिकायतें की गयी हैं. प्रधान, उप-प्रधान की पहल पर पंचायत कार्यालय में ठेकेदार का जन्मदिन मनाया जाना इस बात का संकेत है कि दाल में कुछ तो काला है.
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