आसनसोल.
‘लापता’ सामान भले ही परिवहन के किसी अन्य साधन से वापस न मिल पाये, लेकिन रेल यात्रा के दौरान खोये हुए सामान के वापस मिलने की संभावना बहुत अधिक होती है. पूर्व रेलवे का रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) यात्रियों और रेलवे संपत्ति दोनों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखता है. पूजा के मौसम में, जब यात्रियों की संख्या में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई, तो आरपीएफ ने ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों के छूटे हुए सामान की सुरक्षा के लिए अपनी सतर्कता बढ़ा दी. ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत अपने प्रयास के हिस्से के रूप में, आरपीएफ ने सात से 13 अक्तूबर के बीच 89 यात्रियों के सामान को सफलतापूर्वक बरामद किया और उन्हें वापस कर दिया. यह अभियान पूर्व रेलवे के विभिन्न डिवीजनों में चलाया गया, जिसमें उल्लेखनीय बरामदगी हुई: हावड़ा डिवीजन में 38 मामले, सियालदह डिवीजन में 28 मामले, मालदा डिवीजन में 13 मामले और आसनसोल डिवीजन में 10 मामले सामने आये. बरामद किये गये सभी सामानों को पूरी तरह से सत्यापन और दस्तावेजीकरण प्रक्रियाओं के बाद उनके असली मालिकों को सौंप दिया गया. जिन यात्रियों का सामान खो गया था, उन्होंने अपने सामान की वापसी सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ के त्वरित और कुशल प्रयासों के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है