WB News|पानागढ़ (पश्चिम बंगाल), मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन से जुड़े कम्प्यूटर साइंस के एक स्टूडेंट को गिरफ्तार किया है. पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ इलाके से इस छात्र की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने एक नए मॉड्यूल ‘शहादत’ का खुलासा करने का दावा किया है.
कम्प्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर का छात्र है मो हबीबबुल शेख
इसे शनिवार (22 जून) को देर शाम गिरफ्तार किया गया. कम्प्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर के इस छात्र का बांग्लादेश में प्रतिबंधित इस्लामी संगठन शहादत-ए-अल-हिकमा से संबंध है. उसकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने पश्चिम बर्दवान के नबाबघाट क्षेत्र से मोहम्मद हबीबुल शेख के भाई समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. हबीबुल पश्चिम बर्दवान और पूर्वी बर्दवान जिले के युवाओं को आतंकवादी संगठन में भर्ती कराने का प्रयास कर रहा था.
संदिग्ध आतंकी के लैपटॉप, डायरी समेत अन्य दस्तावेज जब्त
एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस एसटीएफ ने छात्र का लैपटॉप, डायरी समेत कुछ अन्य दस्तावेज जब्त कर लिया है. अधिकारियों ने कहा कि 21 साल के आरोपी हबीबुल के मातहत काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चलाया जाएगा.
अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) का सदस्य है मो हबीबुल शेख
पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थाना इलाके के मीर पाड़ा इलाके से गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने बांग्लादेश में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन अंसार अल इस्लाम या अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के इस सदस्य को गिरफ्तार किया. इस छात्र का नाम मोहम्मद हबीबुल शेख (21) है. वह जिस घर में रह रहा था, वहां से कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
मेडिकल कराने के बाद दुर्गापुर महकमा अदालत में हुई पेशी
रविवार (23 जून) को मेडिकल कराने के बाद उसे दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश किया गया. मोहम्मद हबीबुल शेख के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि वह मानकर कॉलेज में कंप्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर का मेधावी छात्र है. वह बहुत कम लोगों से मिलता-जुलता था. बात भी कम ही करता था. दिन भर घर पर ही लैपटॉप में व्यस्त रहता था.
हबीबुल की हकीकत जानकर हतप्रभ हैं आसपास के लोग
हबीबुल के आतंकवादी संगठन से जुड़े होने की जानकारी से आसपास के लोग हतप्रभ हैं. एसटीएफ ने दावा किया है कि मोहम्मद हबीबुल एक नये आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है. इस आतंकी संगठन ने बंगाल और बांग्लादेश दोनों जगहों पर अपने कार्य को अंजाम देने का प्लान बनाया है. इस मॉड्यूल का नाम ’शहादत’ रखा है.
‘शहादत’ मॉड्यूल का दक्षिण बंगाल प्रमुख है हबीबुल
एसटीएफ का कहना है कि इस मॉड्यूल के बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी समूह अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से मजबूत संबंध हैं. अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के अल-कायदा के नए चेहरे एक्यूआईएस से घनिष्ठ संबंध हैं. यह मॉड्यूल बांग्लादेश में भी काम कर रहा है. हबीबुल दक्षिण बंगाल में सक्रिय मॉड्यूल का प्रमुख बताया जा रहा है.
‘बीआईपी’ से आतंकी संगठन के लोग करते हैं संवाद
पानागढ़ में वायुसेना और थल सेना के अड्डे हैं. दोनों सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं. इन दोनों स्थलों से कुछ ही दूरी पर हबीबुल रह रहा था. एसटीएफ के मुताबिक, समूह के सदस्य गुप्त मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ‘बीआईपी’ के जरिए संवाद करते थे. भारत और बांग्लादेश को नुकसान पहुंचाना ही इनका उद्देश्य है.
तल्हा की गिरफ्तारी के एक साल बाद एसटीएफ के हत्थे चढ़ा हबीबुल
हबीबुल की गिरफ्तारी बांग्लादेश स्थित काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम यूनिट के द्वारा ढाका में इकराम-उल-हक उर्फ अबू तलहा की गिरफ्तारी के ठीक एक साल बाद हुई है. एसटीएफ का दावा है कि एक्यूआईएस (AQIS) का प्रमुख तल्हा पूर्वी भारत में सर्वाधिक वांछित आतंकियों में से एक था. उसके खिलाफ 10 मामले दर्ज थे.
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