पश्चिम बंगाल : सीएम ममता बनर्जी की नाराजगी के बाद आसनसोल के पुलिस अधिकारी सस्पेंड, कुछ और पर गिर सकती है गाज

पश्चिम बंगाल : आसनसोल के बाराबनी थाना प्रभारी मनोरंजन मंडल को सस्पेंड कर दिया गया है. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने आदेश जारी करते हुए अनप्रोफेशनल आचरण और लापरवाही के कारण विभागीय जांच लंबित है. निलंबन के दौरान उन्हें अपने वेतन का आधा हिस्सा मिलेगा.

By Kunal Kishore | November 22, 2024 9:07 AM

पश्चिम बंगाल, शिवशंकर ठाकुर : आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) ने अवर निरीक्षक मनोरंजन मंडल को सस्पेंड कर दिया गया. गुरुवार रात को पुलिस आयुक्त ने उनका सस्पेंशन आदेश जारी किया. इस आदेश में कहा गया है कि 1943 पीआरबी खंड-1 के नियम संख्या 880/881 और डब्ल्यूबीएसआर भाग-1 के नियम संख्या 71 के अनुसार बाराबनी के थाना प्रभारी अवर निरीक्षक मनोरंजन मंडल को 21 नवम्बर 2024 से निलंबित किया जाता है.

निलंबन के बताए गए ये कारण

निलंबन का कारण बताते हुए कहा गया है कि उनका सेवा में बने रहना सार्वजनिक सेवा के हित में प्रतिकूल है. उनके अनप्रोफेशनल आचरण और कर्तव्य के प्रति लापरवाही के लिए उनके आचरण की विभागीय जांच लंबित है. निलंबन अवधि के दौरान वह अपने मूल वेतन का आधा हिस्सा तथा सामान्य भत्ते के रूप में निलंबन के तहत सरकारी कर्मचारी को स्वीकार्य निर्वाह भत्ते की राशि पर निर्वाह भत्ता तथा महंगाई भत्ता प्राप्त करेंगे. वह आपके सरकारी किट को आसनसोल पुलिस लाइन के वस्त्र भंडार में पुलिस के रिजर्व निरीक्षक के पास जमा करेंगे और आसनसोल पुलिस लाइन के निवास में रहेंगे. यह आदेश से कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया है.

ममता बनर्जी ने अवैध बालू और कोयले के कारोबार को लेकर जताई थी नाराजगी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नवान्न में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिल्पांचल में बालू और कोयले के अवैध कारोबार को लेकर नाराजगी जतायी थी, जिसके बाद ही यह कार्रवाई होने को माना जा रहा है. एक दो और भी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होने की संभावना है. अवर निरीक्षक श्री मंडल का तबादला दो दिन पूर्व ही बाराबनी थाना से अंडाल थाना के प्रभारी के रूप में हुआ था.

कांस्टेबल से अवर निरीक्षक बने मनोरंजन कमिश्नरेट के लगभग हर थाना के रह चुके हैं प्रभारी

मनोरंजन मंडल कांस्टेबल से प्रोन्नति पाकर अवर निरीक्षक बने हैं. अवर निरीक्षक बनने के बाद श्री मंडल एडीपीसी के लगभग हर अच्छे थाना में प्रभारी का दायित्व निभा चुके है. आसनसोल साऊथ, पांडवेश्वर, बाराबनी आदि प्रमुख थाना शामिल है. अवैध कोयला कारोबार के लिए बाराबनी थाना को स्वर्ग माना जाता है. पहली बार सीबीआई की छापेमारी इसी थाना क्षेत्र इलाके में हुई थी. इस थाना क्षेत्र में मंडल का कार्यकाल काफी लंबा रहा है. यहां उन पर एक बार पुलिसिया कार्रवाई का भी आदेश जारी हुआ था. जांच के बाद मामला समाप्त हो गया.

अवैध कोयला खनन के दौरान दो युवकों की मौत की घटना ने पकड़ा तूल

कुछ दिनों पहले बाराबनी थाना क्षेत्र में ईसीएल के एक कोयला खदान में अवैध खनन के दौरान दो युवकों की मौत हुई थी. खदान से युवक का शव निकालने का वीडियो भी वायरल हुआ था. भाजपा ने आंदोलन किया. यह मामला काफी तूल पकड़ा था. हालांकि पीड़ित परिवार ने इसपर अपना मुंह बंद कर लिया. बाराबनी थाना में तृणमूल के प्रखंड अध्यक्ष का जन्मदिन मनाते मडंल का फोटो वायरल हुआ था. दो दिन पहले माकपा के पूर्व सांसद वंशगोपाल चौधरी ने अपने एक संबोधन में मंडल के खिलाफ कोयला चोरी को लेकर जमकर आग उगला था.

Also Read: Jharkhand Election 2024: झारखंड बनने के बाद पहली बार सबसे अधिक वोटिंग, सभी 81 सीटों पर 50 प्रतिशत से अधिक मतदान

Exit mobile version