दुर्गा पूजा की शुरुआत के साथ बीके ऑटो के 400 कर्मियों को क्यों लगी निराशा हाथ, जानें…

Bengal news, Asansol news : बीके ऑटो प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन ने पश्चिम बर्दवान जिले में व्यवसाय के लिए सुरक्षित माहौल नहीं होने को मुद्दा बनाकर शनिवार (17 अक्टूबर, 2020) से आसनसोल क्लस्टर अंतर्गत सेल्स, सर्विस और ट्रूवैल्यू इकाई की 12 काउंटरों को बंद कर दिया. इसके कारण यहां कार्य कर रहे 400 श्रमिक बेरोजगार हो गये. बीके ऑटो प्रबंधन ने जिला शासक, जिला श्रमायुक्त और स्थानीय पुलिस प्रशासन को ई-मेल कर पूरी घटना की जानकारी दी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2020 9:15 PM

Bengal news, Asansol news : आसनसोल/ रानीगंज (पश्चिम बंगाल) : बीके ऑटो प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन ने पश्चिम बर्दवान जिले में व्यवसाय के लिए सुरक्षित माहौल नहीं होने को मुद्दा बनाकर शनिवार (17 अक्टूबर, 2020) से आसनसोल क्लस्टर अंतर्गत सेल्स, सर्विस और ट्रूवैल्यू इकाई की 12 काउंटरों को बंद कर दिया. इसके कारण यहां कार्य कर रहे 400 श्रमिक बेरोजगार हो गये. बीके ऑटो प्रबंधन ने जिला शासक, जिला श्रमायुक्त और स्थानीय पुलिस प्रशासन को ई-मेल कर पूरी घटना की जानकारी दी है.

प्रबंधन ने आरोप लगाया कि तृणमूल जामुड़िया ब्लॉक के अध्यक्ष साधन रॉय ने कंपनी के अधिकारियों के साथ काफी बदसलूकी की है और उन्हें धमकी दी है. इसके कारण वरीय 7 अधिकारी एक अक्टूबर को ही 15 दिन की नोटिस पर चले गये. 15 अक्टूबर को बोनस की मांग को लेकर अधिकारियों के साथ तृणमूल नेता श्री रॉय ने काफी बदसलूकी की. रात 11:30 बजे तक घेराव करके रखा और बुरे अंजाम की धमकी भी दी है. इधर, श्री रॉय ने कहा कि श्रमिकों को 20 प्रतिशत बोनस के साथ डेढ़ माह का बकाया वेतन भुगतान की मांग की जा रही थी. प्रबंधन गलत आरोप लगा रही है.

बीके ऑटो के महाप्रबंधक (सेल्स) कौशिक भट्टाचार्या, प्रबंधक (एचआर) सिद्धार्थ मुखर्जी, वित्त महाप्रबंधक शोभा बसाक, प्रबंधक (सेल्स) चंद्रनाथ बोस, जनमेजय मिश्रा, ट्रूवैल्यू के प्रबंधक चिरंजीव बनर्जी ने बताया कि 28 अक्टूबर को तृणमूल नेता श्री रॉय की हरकत के बाद से ही हमसभी ने संस्था के निदेशक को 15 दिन के नोटिस पर अपना इस्तीफा दे चुके हैं.

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श्री रॉय ने एक श्रमिक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के खिलाफ दिये गये कारण बताओ नोटिस को वापस लेने के लिए प्रबंधन को धमकी दी. यदि नोटिस वापस नहीं लिया गया, तो रविवार से काउंटर खुलने नहीं दिया जायेगा. अधिकारियों के साथ बदसलूकी भी की गयी. इस धमकी के आगे प्रबंधक नतमस्तक हो गया और कारण बताओ नोटिस वापस ले लिया गया. जिसके कारण वे सभी लोगों ने अपना इस्तीफा निदेशक को सौंप दिया.

15 अक्टूबर को 20 फीसदी बोनस की मांग को लेकर श्री रॉय आये और अधिकारियों के साथ बदसलूकी की. वह किसी भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं थे. अपनी मांग को लेकर रात 11:30 बजे तक अधिकारियों का घेराव कर रखा. अधिकारियों ने 2 दिनों की मोहलत मांगी. उन्होंने कहा कि 2 दिन के अंदर नोटिस बोर्ड पर 20 फीसदी बोनस देने का नोटिस लग जाना चाहिए, नहीं तो अंजाम बुरा होगा.

वहीं, आरोपों पर अपनी राय देते हुए साधन रॉय ने प्रबंधन द्वारा लगाये गये सभी आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन श्रमिकों का शोषण कर रहा है. श्रमिकों की जायज मांग को लेकर प्रबंधन के साथ बैठक की गयी. प्रबंधन कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था. वह अपनी इकाई यहां बंद करना चाह रहे हैं.

Posted By : Samir Ranjan.

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