जामुड़िया. जामुड़िया के औद्योगिक क्षेत्र के विजयनगर स्थित श्याम सेल पावर लिमिटेड कारखाने के एक श्रमिक को चोर समझकर कारखाने के ही सुरक्षा कर्मियों द्वारा हत्या कर रास्ता पर फेंक देने का आरोप लगाते हुए रविवार को श्रमिक के परिजनों द्वारा कारखाने के गेट के समक्ष घंटों प्रदर्शन किया गया. मृतक श्रमिक जामुड़िया के केंदा फाड़ी अंतर्गत पाथरचुर गांव का निवासी था. मृत श्रमिक के साथ काम करने वाले एक श्रमिक साथी ने बताया कि कारखाने में सारथी मंडल चोरी कर रहा था, यह आरोप लगाते हुए श्याम सेल कारखाना के सुरक्षा गार्डों द्वारा उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले करने ले जाया गया. इस दौरान उसे गाड़ी से धक्का दे दिया गया. जिससे दूसरी ओर से आ रही एक ट्रक ने उसे रौंद दिया. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद कारखाना के सुरक्षा गार्ड घटनास्थल से फरार हो गये. खबर पाकर मृत श्रमिक के साथ काम करने वाले अन्य साथी वहां पहुंचे और पुलिस को सूचीत किया. पुलिस ने शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया. घटना की खबर मिलते ही मृतक के परिजन सहित पाथरचूर गांव के सैकड़ो लोगों ने कारखाने के गेट के सामने प्रदर्शन किया. परिजनों ने कहा कि मृतक सारथी को झूठे आरोप में फंसा कर उसकी हत्या कर उसे रास्ते पर फेंक दिया गया. मौके पर पहुंचे जामुड़िया के विधायक हरे राम सिंह ने कहा कि प्रबंधन से बात हो गयी है. घंटों बाद आखिरकार यह धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ और मुआवजे की मांग मान ली गयी. हरे राम सिंह ने बताया कि कंपनी की तरफ से आठ लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा. जबकि वह स्वंय व्यक्तिगत तौर पर एक लाख रुपये देंगे और एक्सीडेंट इंश्योरेंस के लिए जारी तकरीबन 30 लाख रुपए परिवार को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि उनके परिवार में काम करने लायक कोई नहीं है. सिर्फ माता-पिता हैं. इसलिए जब तक वे जिंदा है तब तक हर महीने 10000 की आर्थिक मदद दी जायेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं कि सुरक्षा गार्ड ने धक्का दिया वह गलत है, वह केवल एक हादसा था.
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