आईएसजीपी का फंड आवंटित करने के पूर्व विश्व बैंक के अधिकारियों ने की वर्चुअल बैठक

बैंक के अधिकारियों ने की वर्चुअल बैठक

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2020 12:05 AM

आसनसोल : ग्राम पंचायतों के सर्वांगीण विकास को लेकर तीसरे चरण में ग्राम पंचायत का प्रतिष्ठानिक सशक्तिकरण (आईएसजीपी) का फंड आवंटित करने के पूर्व द्वितीय चरण में हुए कार्यों को लेकर वर्ल्ड बैंक के सलाहकारों ने राज्य के आठ जिलों के प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल समीक्षात्मक बैठक की.

वर्ल्ड बैंक के सलाहकार जी. श्रीहरि, मनविंदर ममक के साथ बैठक में पूर्व बर्दवान के डीएम विजय भारती, पुरुलिया के डीएम राहुल मजूमदार, पूर्व मेदनीपुर के डीएम पार्थ घोष, मुर्शिदाबाद के डीएम जगदीश मीना, पश्चिम बर्दवान के जिला पंचायत ग्रामीण विकास अधिकारी (डीपीआरडीओ) तमजीत चक्रवर्ती, अलीपुरद्वार, कूचबिहार और दक्षिण दिनाजपुर के डीपीआरडीओ उपस्थित थे.

सनद रहे कि आईएसजीपी परियोजना के तहत विश्व बैंक से ग्राम पंचायतों के सर्वांगीण विकास को लेकर प्रतिवर्ष 25 लाख रुपये का फंड आवंटित किया जाता है. राज्य के पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से यह फंड ग्राम पंचायतों तक पहुंचता है. पश्चिम बर्दवान जिले में द्वितीय चरण में कांकसा प्रखंड के सभी ग्राम पंचायतों को बाकी सात प्रखंड सलानपुर, बाराबनी, अंडाल, रानीगंज, जामुड़िया, दुर्गापुर फरीदपुर, पांडेश्वर के 54 ग्राम पंचायतों को 2017 से आईएसजीपी से प्रतिवर्ष 25 लाख रुपया करके आवंटित हुआ है.

तीसरे चरण में फंड आवंटित करने से पूर्व विश्व बैंक के सलाहकारों ने जिला के सर्वांगीण विकास की पूरी रिपोर्ट संग्रह की. जिसमें पंचायतों के राज्य वित्त आयोग, केंद्रीय वित्त आयोग के साथ आईएसजीपी के फंड का किस प्रकार उपयोग हुआ, कितना उपयोग हुआ.

ग्राम पंचायतों में गठित उपसमिति की बैठक नियमित होती है या नहीं, सभी कार्यों की निविदा जारी होती है या नहीं, कार्य में पारदर्शिता बरतने के लिए किए गए उपायों, खर्च का हिसाब सही तरीके से रखा जा रहा है या नहीं आदि विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत जानकारी ली. डीपीआरडीओ श्री चक्रवर्ती ने कहा जिले की रिपोर्ट से विश्व बैंक के अधिकारी संतुष्ट रहे. जिले में विभिन खातों से मिले फंड का 80 प्रतिशत उपयोग हो चुका है. उन्होंने कहा कि इन रिपोर्ट पर चर्चा के बाद तीसरे चरण में फंड आवंटित करने के लिए ग्राम पंचायतों का चयन होगा.

posted by : sameer oraon

Next Article

Exit mobile version