एक रात की बारिश में रानीगंज के कई इलाके जलमग्न, यादवपाड़ा में घरों में घुसा पानी

बुधवार की सारी रात हुई बारिश के कारण रानीगंज के कई इलाकों में पानी भर गया. आसनसोल नगर निगम के 37 नंबर वार्ड अंतर्गत रानीगंज के यादवपाड़ा में एक रात की बारिश की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2024 9:58 PM

रानीगंज.

बुधवार की सारी रात हुई बारिश के कारण रानीगंज के कई इलाकों में पानी भर गया. आसनसोल नगर निगम के 37 नंबर वार्ड अंतर्गत रानीगंज के यादवपाड़ा में एक रात की बारिश की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया. यादवपाड़ा के कम से कम 40 घरों में पानी घुस गया है. हालत ऐसी हो गयी है कि लोग अपने घरों में रह नहीं पा रहे हैं. अपने घरों से उन्हें बाहर रहना पड़ रहा है. यहां के लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है कि ऐसा हुआ है. इससे पहले भी दो बार ठीक ऐसी ही स्थिति बनी है. लेकिन यहां के पार्षद रूपेश यादव से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ, वह सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन देते हैं. लेकिन इस समस्या के समाधान को लेकर कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जाता. इलाके के लोगों का कहना है कि रानीगंज के कई हिस्सों की निकासी व्यवस्था को यहां की निकासी व्यवस्था से जोड़ देने की वजह से ही यह समस्या हुई है. अगर दूसरे इलाकों की निकासी व्यवस्था को अन्य जगहों की तरफ मोड़ दिया जाये तो फिर यह समस्या नहीं होगी, लेकिन ऐसा नहीं किये जाने की वजह से एक रात की बारिश में ही यहां के लोगों को ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों का कहना है कि उनके घरों में सीने तक पानी घुस गया है. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी समस्या हो गयी है और यहां के लोगों ने स्थानीय पार्षद को फोन किया था लेकिन उन्होंने कहा कि वह अभी किसी दूसरे कार्यक्रम में व्यस्त हैं. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वह अपने वार्ड में आयेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह से अगर एक रात की बारिश में ही पूरा यादवपाड़ा जलमग्न हो जाये तो यहां के लोग कहां जायेंगे. वहीं इस बारे में इलाके के पार्षद रूपेश यादव से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि एक रात की बारिश में ही उनके वार्ड के यादवपाड़ा में इस तरह की घटना हुई है. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. एक पार्षद होने के नाते वह इस बात के लिए दुखी हैं लेकिन उन्होंने इस बात का आश्वासन दिया कि आने वाले समय में ऐसा नहीं होगा. इलाके में जो एक कच्चा हाई ड्रेन है उसे कंक्रीट का बनाने के लिए डीपीआर तैयार हो गया है और बहुत जल्द उस पर काम शुरू हो जायेगा. इसलिए आने वाले समय में यहां के लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ेगा .उन्होंने कहा कि यह ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का इलाका है. पहले वहां पर इसीएल के सीएसआर फंड से काम होता था लेकिन अब ऐसा नहीं है. जब से नरेंद्र मोदी की सरकार आई है तबसे बंगाल को हर तरह से वंचित किया जा रहा है. इसलिए इसीएल का सीएसआर फंड भी बंद हो चुका है, लेकिन उन्होंने विश्वास दिलाया कि बहुत जल्द वहां पर कंक्रीट हाई ड्रेन बनाने का काम शुरू हो जायेगा और इस परेशानी का एक स्थायी समाधान निकल जायेगा.

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