आसनसोल के युवा अन्य सूबों में जाने को तैयार नहीं, लौट जा रही वेकेंसी

सब रिजिनल एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज आसनसोल के उप निदेशक अनुज चक्रवर्ती ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में कुल आठ एक्सचेंज ऑफिस को मॉडल कैरियर सेंटर का दर्जा मिला हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 8, 2025 1:04 AM

जिला में 27,516 बेरोजगारों ने एक्सचेंज में कराया है रजिस्ट्रेशन, माध्यमिक फेल अभ्यर्थी हैं ज्यादा, जूट मिलों में मिलती है नौकरी आसनसोल. नौकरी के लिए आसनसोल के युवा दूसरे राज्यों में जाने को तैयार नहीं होते हैं. जिसके कारण काफी वेकेंसी वापस लौटा दी जाती है. सब रिजिनल एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज आसनसोल के उप निदेशक अनुज चक्रवर्ती ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में कुल आठ एक्सचेंज ऑफिस को मॉडल कैरियर सेंटर का दर्जा मिला हुआ है. जिसमें आसनसोल एक है. इन आठों सेंटर को पूरे देश से विभिन्न कंपनियों के लिए रोजगार की वेकेंसी आती है. योग्यता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन करके इंटरव्यू के लिए भेजा जाता है. आसनसोल के युवक दूसरे राज्यों में जाने के लिए तैयार नहीं होते हैं. इन्हें अपने राज्य में ही नौकरी करना ज्यादा पसंद है. उनकी योग्यता के आधार पर इलाके के ही विभिन्न कम्पनियों को कैपसिंग के लिए बुलाया जाता है. पिछले सात माह में 22 रोजगार शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें 318 युवक-युवतियों को नौकरी मिली है. शुक्रवार को भी एक्सचेंज कार्यालय में रोजगार शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें पेटीएम कम्पनी ने मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव के लिए 15 वेंकेसी दिया था. उनलोगों ने जिस योग्यता के उम्मीदवार की मांग की थी, वैसे कुल 115 उम्मीदवारों को इन्टरव्यू के लिए बुलाया गया था. 11 को जॉब का ऑफर लेटर मिला. गौरतलब है एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज से अब सरकारी नौकरियों के लिए कॉल लेटर नहीं भेजा जाता है. एक्सचेंज अब निजी कंपनियों के साथ टाईअप करके अपने यहां रजिस्टर्ड बेकार युवक-युवतियों को नौकरी मुहैया कराने का कार्य कर रही है. इसके साथ ही मॉडल कैरियर सेंटर के रूप में आसनसोल एक्सचेंज में स्नातक उतीर्ण बेकारों को प्रतियोगितामूलक परीक्षा की तैयारी करवा रही है. 40 की संख्या में एक बैच चलता है. 80 दिन का कोर्स होता है. महीना में दस दिन करके चलता है. यह पूरी तरह निशुल्क है. यहां कोचिंग करनेवाले पिछले बैच के अनेकों को केंद्र और राज्य सरकार की नौकरी मिली है. उप निदेशक श्री चक्रवर्ती ने कहा कि पूरे जिले में 27,516 बेकारों ने अपना नाम एक्सचेंज में रजिस्टर्ड करवाया है. जिसमें माध्यमिक व इससे अधिक पढ़ाई करनेवालों उम्मीदवारों की संख्या 10 हजार होगी. कम पढ़े लिखे उम्मीदवारों को जूट मिलों में भेजा जाता है. वहां से काफी वेकेंसी आती है. बाकी के उम्मीदवारों के लिए स्थानीय अनेकों कम्पनियों के साथ टाईअप करके उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाता है. सबसे ज्यादा रोजगार कॉल सेंटरों में मिला है.

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