West Bengal : विधानसभा सत्र हो सकता है 22 से शुरु, जाने क्यों विस अध्यक्ष ने राज्यपाल को लिखा पत्र
West Bengal : विधानसभा का अगला सत्र 22 जुलाई को हो सकता है. इसके लिए तृणमूल परिषद की नेता व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर सत्र आयोजित करने की अनुमति मांगी है. उधर, अगर राजभवन की स्थिति स्पष्ट हो गयी, तो स्पीकर इसी सत्र में चारों विधायकों को शपथ दिला सकते हैं.
West Bengal : पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों (Assembly Seats) पर हुए उपचुनाव में सभी सीटें तृणमूल कांग्रेस ने जीत ली हैं. इस जीत के बाद विधानसभा में तृणमूल के विधायकों की संख्या बढ़ गयी है. हालांकि, इस जीत के साथ ही चार नये विधायकों की शपथ को लेकर असमंजस की स्थिति फिर सामने आ गयी है. हालांकि इस बार किसी भी तरह से कोई समस्या न हो, इसके लिए विधानसभा की ओर से हर तरह की तैयारी की जा रही है. मालूम हो कि चुनाव आयोग की ओर से चारों नये विधायकों की जीत की घोषणा के बाद अब इसी सप्ताह विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर अगले सप्ताह उन्हें शपथ दिलाने की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध करेंगे.
स्पीकर का अनुरोध, राज्यपाल खुद विधानसभा में आकर नये विधायकों को दिलायें शपथ
वह अपने इस पत्र में राज्यपाल से अनुरोध करेंगे कि राज्यपाल खुद विधानसभा में आकर नये विधायकों को शपथ दिलायें या खुद विधानसभा अध्यक्ष को इसका दायित्व दें. वहीं, सूत्रों की मानें, तो अगर इस स्थिति में राज्यपाल सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, तो स्पीकर विधानसभा का सत्र बुलायेंगे और इन विधायकों को शपथ दिलायेंगे. इस मामले में विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा राज्यपाल नये विधायकों को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष को सौंप सकते हैं. अध्यक्ष विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद निर्वाचित विधायकों को शपथ दिला सकते हैं.
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विधानसभा सत्र हो सकता है 22 से शुरु
विधानसभा का अगला सत्र 22 जुलाई को हो सकता है. इसके लिए तृणमूल परिषद की नेता व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर सत्र आयोजित करने की अनुमति मांगी है. उधर, अगर राजभवन की स्थिति स्पष्ट हो गयी, तो स्पीकर इसी सत्र में चारों विधायकों को शपथ दिला सकते हैं. संविधान के अनुच्छेद 188 के अनुसार, या तो राज्यपाल विधानसभा में आकर शपथ दिलाते हैं, या संसदीय परंपरा के अनुसार अध्यक्ष को जिम्मेदारी देते हैं. वहीं, अगर सब कुछ ठीक रहा, तो इसी महीने की 22 तारीख से विधानसभा सत्र शुरू हो जायेगा. हालांकि, पहले दिन स्पीकर बिमान बनर्जी द्वारा शोक प्रस्ताव पढ़े जाने के बाद सत्र स्थगित कर दिया जायेगा. अगले दिन से पूर्ण सत्र शुरू होगा. यह सत्र कितने दिनों तक चलेगा, इस बारे में मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने स्पष्ट तौर पर कोई जानकारी नहीं दी.