नगरपालिका नियुक्ति में भ्रष्टाचार मामला भ्रष्टाचार के रुपये वह किसे देता था, इस सवाल का जवाब जानना चाहती है सीबीआइ संवादाता, कोलकाता नगरपालिका नियुक्ति में भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही सीबीआइ की टीम ने अयन शील के घनिष्ठ व्यवसायी देवेश चक्रवर्ती को पूछताछ के लिए समन भेजा है. कुछ दिन पहले ही नगरपालिका में नियुक्ति में भ्रष्टाचार मामले में सीबीआइ अधिकारियों ने आरोप पत्र दाखिल किया था. उसमें देवेश चक्रवर्ती का नाम शामिल है, इसलिए इस बार उन्हें बुलाया गया है. उन्हें पूछताछ के लिए निजाम पैलेस में पेश होने के लिए कहा गया है. सीबीआइ को जानकारी मिली है कि देवेश, इस भ्रष्टाचार में बिचौलिए के तौर पर काम कर रहा था, इसलिए सीबीआइ जानना चाहती है कि बिचौलिए के तौर पर उनके साथ और कौन काम कर रहा था. जांच अधिकारियों का अनुमान है कि एक बिचौलिया होने के नाते, देवेश को दाता और प्राप्तकर्ता, दोनों के बारे में पता होगा. जांचकर्ता देवेश से इस मामले में सारी जानकारी हासिल करना चाहते हैं कि देवेश से कौन पैसे लेता था और वह किसे रुपये देता था. सीबीआइ को मिले सबूतों से पता चलता है कि अयान के करीबी देवेश ने 600 से ज्यादा नौकरी चाहने वालों को भर्ती के लिए भेजा था. तो मामला सिर्फ पैसे के लेन-देन तक ही नहीं रुका. अतिरिक्त कमाई के लिए देवेश ने नौकरी के बदले पैसे भी लिये. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ को जांच में यह भी पता चला है कि इनमें नेता और मंत्री भी शामिल हैं. उस सूची के अनुसार एक-एक कर सभी को बुलाया जायेगा.
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