इलाज के लिए बांग्लादेशी मरीज नहीं आ पा रहे कोलकाता
बांग्लादेश में अशांति का असर अब कोलकाता के निजी अस्पतालों पर भी दिख रहा है. मरीज कम आ रहे हैं.
संवाददाता, कोलकाता
बेहतर चिकित्सा व जटिल सर्जरी के लिए महानगर के विभिन्न निजी अस्पतालों में बांग्लादेशी मरीज इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं. कोलकाता के निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक रहती है, लेकिन अब स्थिति बदली हुई नजर आ रही है. बांग्लादेश में अशांति का असर अब कोलकाता के निजी अस्पतालों पर भी दिख रहा है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इएम बाइपास से सटे निजी अस्पतालों के ओपीडी में बांग्लादेश से आने वाले मरीजों की संख्या घट गयी है. कई अस्पताल में विभिन्न प्रकार की शारीरिक जांच व सर्जरी के लिए बांग्लादेशी नागरिक पहले से अपॉइंटमेंट ले कर रखे हैं. लेकिन बांग्लादेश में अशांति के कारण जांच व सर्जरी के लिए ऐसे मरीज कोलकाता नहीं पहुंच पा रहे हैं. वहीं, ऐसे भी लोग हैं, जो इलाज तो करा चुके हैं, पर अपने देश नहीं लौट पा रहे हैं. निजी अस्पतालों ने ऐसे मरीज व उनके परिजनों को हर संभव मदद करने का भी आश्वासन दिया है.
इस संबंध में एक निजी अस्पताल के मुख्य महाप्रबंधक शुभाशीष दत्ता ने कहा : अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 29 से 30 बांग्लादेशी इलाज के लिए पहुंचे हैं. पिछले दो हफ्तों में यह संख्या घटकर 12 या 13 रह गयी. सोमवार को 10 लोग आये थे. वहीं, मंगलवार को चार मरीज पहुंचे थे. एक अन्य निजी अस्पताल के सीइओ सुदीप्त मित्रा ने कहा : हमारे अस्पताल में प्रतिदिन 200 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक इलाज के लिए आते हैं. हालांकि, अभी यह संख्या कम हुई है. लेकिन यदि गतिरोध नहीं टूटा, तो भविष्य में इसमें और कमी आयेगी.
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