संदेशखाली पर बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां ने तोड़ी चुप्पी, कहा : कानून से ऊपर कोई नहीं
संदेशखाली की घटना पर बोली नुसरत जहां मैं अपनी पार्टी के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करती हूं और मेरा मानना है कि हमें राज्य सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखना चाहिए. हमें एक-दूसरे को निशाना बनाने से बचना चाहिए.
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कई दिनों से अशांति है. इस बीच, गांववालों के अनुरोध के बाद भी बशीरहाट से तृणमूल सांसद नुसरत जहां (Nusrat Jahan) वहां नहीं गयीं और न ही गांववालों से मिलीं. इसे लेकर ग्रामीण लंबे समय से अपना गुस्सा भी जाहिर करते आ रहे हैं. इस बार बशीरहाट की तृणमूल सांसद ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए सोशल मीडिया के जरिये अपना बयान रखा. उन्होंने लिखा है कि एक महिला के रूप में, एक जनप्रतिनिधि के रूप में मैंने हमेशा अपनी पार्टी के दिशानिर्देशों का पालन किया है. लोगों की सेवा की है.
संदेशखाली की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने पहले ही मदद टीम भेज दी है
संदेशखाली की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने पहले ही मदद टीम भेज दी है और लोगों के कल्याण के लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. हम कानून से ऊपर नहीं हैं, इसलिए इसका पालन करना और प्रशासन का समर्थन करना सभी के लिए जरूरी है. मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में हर समय मुसीबत के समय में लोगों की सेवा की है. मैं अपनी पार्टी के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करती हूं और मेरा मानना है कि हमें राज्य सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखना चाहिए. हमें एक-दूसरे को निशाना बनाने से बचना चाहिए. कौन किसके बारे में क्या कहता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जैसा कि मैंने पहले कहा था. मैं फिर से दोहराऊंगी-राजनीति करना बंद करो.
संदेशखाली में तृणमूल के स्थानीय नेताओं के घरों में तोड़फोड़ की गई
अशांत क्षेत्र संदेशखाली में सोमवार को एक बार फिर प्रदर्शन हुआ और लोगों के एक समूह ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेताओं के घरों में तोड़-फोड़ की. इन नेताओं पर क्षेत्र के ग्रामीणों को प्रताड़ित करने का आरोप है. लाठी-डंडों से लैस स्थानीय लोगों ने टीएमसी के पंचायत नेता शंकर सरदार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताते हुए संदेशखाली के बरमाजुर इलाके में कुछ घरों पर हमला किया. उन्होंने कहा कि भूमि हड़पने का आरोपी शंकर घर में मौजूद नहीं था और ग्रामीणों ने घर में मौजूद परिवार के सदस्यों के साथ मार-पीट की.एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ”पुलिस ने वर्षों तक कुछ नहीं किया, इसीलिए हम अपनी जमीन वापस लेने के लिए सब कुछ कर रहे हैं.
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