West Bengal : पश्चिम बंगाल में भूमि एवं भूमि सुधार के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए राज्य के बीएलआरओ (BLRO) समेत जिले में पदस्थापित भूमि एवं भूमि सुधार विभाग के 416 अधिकारियों का एक ही दिन में तबादला कर दिया गया. राज्य के इतिहास में यह पहली बार है कि सरकार ने एक ही दिन में इतने सारे बीएलआरओ, डीएलआरओ, भूमि अधिग्रहण अधिकारी, एसडीएलआरओ के तबादले का आदेश दिया है. एक अधिकारी ने बताया कि यह कदम काम में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
बीएलआरओ समेत भूमि एवं भूमि सुधार विभाग पर नकेल
उदाहरण के लिए राजारहाट के बीएलआरओ सौविक बनर्जी को दक्षिण दिनाजपुर का एएल बना कर भेजा गया है. चोपड़ा के बीएलआरओ सुविमल चक्रवर्ती को नंदीग्राम 1 बीएलआर के रूप में तैनात किया गया है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीएलआरओ सहित राज्य के अधिकारियों के एक वर्ग के कार्यों पर गया नाराजगी जताई थी. उन्होंने लोगों को पारदर्शिता के साथ सेवाएं देने की बात कहीं. लोगों का सही तरीके से काम हो सके इसके लिए आईएएस अधिकारी ने विवेक कुमार को विभाग के अपर मुख्य के सचिव की जिम्मेदारी दी गई है.
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जिला प्रशासन को 12 जुलाई तक अधिकारियों को छोड़ने का निर्देश
मुख्यमंत्री स्वयं बीएलआरओ को लेकर काफी मुखर हैं. उन्होंने यह भी खुलकर कहा है कि मात्र एक प्रतिशत बीएलआरओ ही ठीक से काम कर रहे हैं. उसके बाद से ही नबान्न ने पारदर्शिता अभियान शुरू किया है. संबंधित जिला प्रशासन के इन सभी अधिकारियों को 12 जुलाई तक छोड़ देने का भी निर्देश दिया गया है. यदि उस दिन तक उन्हें नहीं छोड़ा गया तो भूमि और भूमि सुधार विभाग की अधिसूचना के अनुसार, उनमें से प्रत्येक को 15 जुलाई को स्टैंड रिलीज करना होगा.
तबादले के बाद भी नबान्न के अधिकारियों पर रहेगी निगरानी
खबरों के मुताबिक, कई दिनों से भूमि एवं भूमि सुधार विभाग में अधिकारियों के तबादले को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. कई दिनों से यह भी सुनने में आ रहा था कि इस विभाग में नियुक्त अधिकारियों का जिला स्तर पर बड़े पैमाने पर तबादला होगा, सूत्रों के अनुसार यह भी पता चला है कि यह स्थानांतरण राज्य के सर्वोच्च स्तर की सहमति से किया गया है. कुछ दिन पहले विवेक कुमार ने हर जिले में नियुक्त भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. बैठक में भी उन्होंने अधिकारियों को पारदर्शिता के साथ काम करने का आदेश दिया था. सूत्रों के मुताबिक इस तबादले के बाद भी नबान्न इन सभी अधिकारियों पर निगरानी रखेगा. सूत्रों के मुताबिक, किसी भी तरह की अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.