कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव से पहले दूषित पानी पीने से झारखंड के भुवनेश्वर दास समेत दो लोगों की मौत हो गयी है. पहली मौत शनिवार को और दूसरी मौत मंगलवार को हुई. मंगलवार को एक 5 साल की बच्ची की मौत हुई है.
दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर इलाके में कथित रूप से नल का संदूषित पानी पीने से मंगलवार को पांच साल की एक बच्ची की मौत हो गयी. इसी के साथ यहां जलसंदूषण के चलते मरने वालों की संख्या बढ़ कर 2 हो गयी. कोलकाता निगर निगम के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि घटना वार्ड नंबर 73 में हुई. यह वार्ड पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास ही है. अधिकारी ने बताया कि ‘शशि शेखर बोस रो’ के केएमसी क्वार्टर्स की आयुषी कुमारी की तबीयत बिगड़ने पर उसे सोमवार को एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था और उसने सुबह करीब सात बजे दम तोड़ दिया.
उन्होंने बताया कि इसी इलाके के अन्य निवासी भुवनेश्वर दास (43) की कथित रूप से संदूषित पानी पीने से शनिवार को मौत हो गयी. अधिकारी का कहना था कि पानी सीवेज के चलते संदूषित हो गया था. वार्ड 73 के संयोजक रतन मालाकार ने बताया कि फिलहाल 15 लोगों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
सूत्रों ने बताया कि इसी इलाके में अलीपुर महिला सुधार गृह में एक महिला की कथित रूप से संदूषित पानी से मौत हो गयी. जेल प्रशासन ने यह कहते हुए इस मुद्दे पर कुछ बोलने से मना कर दिया कि निगम के अधिकारी मृत्यु की सटीक वजह का पता लगाने के लिए सुधार गृह आने वाले हैं.
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शनिवार को जिस भुवनेश्वर दास (43) की मौत हुई थी, वह झारखंड के रहने वाले थे. भुवनेश्वर को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनकी मौत हो गयी. दूषित पानी पीकर बीमार पड़े लोगों को शंभूनाथ पंडित अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के पूर्व मेयर फिरहाद हकीम को जब इसकी जानकारी मीडिया से मिली, तो उन्होंने निगम के जलापूर्ति विभाग के डायरेक्टर जनरल (डीजी) एवं आयुक्त को इसकी जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने डीजी को वाटर सैंपल की जांच कराने का निर्देश दिया. पानी के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है.
सूत्रों की मानें, तो श्रमिक आवासन के भीतर एक पानी की टंकी है. यहां रहनेवाले लोग इस टंकी का पानी पीते हैं. दूषित पानी पाने से पिछले सात दिनों से आवासन में रहनेवाले लोग बीमार पड़ रहे थे. इसकी खबर प्रशासन को नहीं थी. भुवनेश्वर दास की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने सोमवार को विरोध-प्रदर्शन किया.
मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि उक्त मामले की जांच चल रही है. मृतक के डेथ सर्टिफिकेट पर हार्ट अटैक व रेनल फेल्योर को मौत की वजह बताया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक पानी की जांच नहीं हो जाती, तब तक नहीं कह सकते कि मौत संदूषित पानी पीने की वजह से ही हुई है.
Posted By : Mithilesh Jha